Koderma News: महिलाओं के लिए विधिक जागरूकता शिविर सह कार्यशाला का आयोजन
महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार कृत संकल्पित: गौतम
गौतम कुमार ने कहा कि महिलाऐं शिक्षित होंगी तो ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त कई समस्याएँ स्वत: समाप्त हो जाएगी.
कोडरमा: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली एवं झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देश के आलोक में राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के तत्वावधान में महिलाओं के लिए विधिक जागरूकता शिविर सह कार्यशाला का आयोजन कोडरमा प्रखंड के पिपराडीह पंचायत भवन के सभागार में किया गयाl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गौतम कुमार ने कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गौतम कुमार ने कहा कि महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए तथा उन्हें विधिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई कई क़ानूनी प्रावधान हैं. इनके द्वारा महिलाओं को सशक्त एवं स्वावलम्बी बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार कृत संकल्पित है. आज महिलाओं को जागरूक होने की आवश्यकता है. गौतम कुमार ने कहा कि महिलाऐं शिक्षित होंगी तो ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त कई समस्याएँ स्वत: समाप्त हो जाएगी. उन्होंने कहा कि महिलाओं को विधिक रूप से शिक्षित करने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की पैनल अधिवक्ता सुमन जायसवाल ने महिलाओं के लिए बनाये गए कई कानूनों पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि जब भी किसी महिला को किसी भी प्रकार की नि:शुल्क विधिक सहायता की आवश्यकता हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकार में आकर जानकारी प्राप्त कर सकते है. इसके लिए महिलाओं को और किसी पात्रता की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षा स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है क्योंकि स्वच्छ वातावरण में ही स्वच्छ समाज की कल्पना की जा सकती है. कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में पैनल अधिवक्ता सुमन जायसवाल ने नारी उत्पीड़न घरेलू हिंसा अधिनियम लैंगिक अपराध, डायन विषाही प्रतिषेध अधिनियम, पोक्सो एक्ट, दहेज़ प्रताड़ना, दहेज़ प्रतिषेध अधिनियम, कार्य स्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न, बाल विवाह, मानव तस्करी, बाल श्रम आदि से सम्बंधित क़ानूनी प्रावधानों पर काफी विस्तार पूर्वक चर्चा की. इस दौरान प्रशिक्षण कार्यशाला में मौजूद महिलाओं ने कई विषयों पर प्रश्न पूछकर जानकारी भी प्राप्त की. मौके पर दामोदर महिला मंडल की तुलकेश्वरी देवी, मीना देवी, अंजनी देवी, मीना कुमारी, फुलवा देवी, गुजरी देवी, मोहनी देवी, बसंती देवी, उमा देवी सहित कई महिलाएं एवं बालिकाएं मौजूद थी.