झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार का इस्तीफा
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रांची: लोक सभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में इस्तीफो का दौर जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार ने पार्टी नेतृत्व के पास अपना इस्तीफा भेज दिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बाबत पुष्टि करते हुये कहा कि राज्य में खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा दिया है।
श्री दूबे ने यह भी कहा कि ऐसे झारखंड में कांग्रेस ने बहुत खराब प्रदर्शन नहीं किया है। हमने सिंहभूम सीट आसानी से जीती है, जबकि लोहरदगा व खूंटी की सीटें बहुत कम अंतर (क्रमशः 10,000 व 1,400 वोट) से हारी हैं। गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर व पार्टी की ओडिशा इकाई के प्रमुख निरंजन पटनायक ने भी इस्तीफा दे दिया था। कर्नाटक कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एचके पाटिल ने भी इस्तीफा दिया है। यहां वीरप्पा मोइली और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता हार गए हैं। उत्तर प्रदेश के अमेठी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की हार के बाद जिला इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने इस्तीफा दिया है। खुद राहुल गांधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने की पेशकश की है। हालांकि इसे ठुकरा दिया गया है। बताते चलें, कि कांग्रेस के प्रदेश में खराब प्रदर्शन के बाद से ही अध्यक्ष को लेकर विरोध शुरु हो गया था। प्रदेश कांग्रेस के वरीय नेता व राज्य सरकार के पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता साथ-साथ कई नेताओं ने डाॅ अजय को निशाने पर लिया था।
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पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने भी प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को निशाने पर लिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस को प्रदेश में बेच दिया गया है। ऐसे में बेहतर परिणाम की कल्पना नहीं की जा सकती। संगठन पूरी तरह फर्जी था और बालू की भीत खड़ी की गई। जिन स्थानों पर प्रत्याशी खड़े किए गए, वहां बूथों पर पार्टी के एजेंट तक नहीं थे। प्रदेश नेतृत्व अगर आलाकमान और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का हितैषी रहता तो ऐसा नहीं करता। पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर सारे काम किए गए। टिकट बंटने के छह महीने पहले ही आलाकमान को यह कहकर भ्रम में डाल दिया कि गोड्डा से फुरकान अंसारी को टिकट नहीं देना है।
Edited By: Samridh Jharkhand