दुमका : दुमका जिले में वैकल्पिक खेती के माध्यम से किसानों की बदहाली में सुधार होगा। यहां औषधीय पौधों की खेती की व्यापक संभावनाएं हैं। यूथ एसोसिएशन फाॅर रूरल डेवपलमेंट संस्था (YARA) के सचिव अनिमेष मंडल ने प्रथम चरण में यहाँ जिले के शिकारीपाड़ा, मसलिया, दुमका एवं रानीश्वर चार प्रखंड में मेडिसिन प्लांट की खेती के लिए किसानों को चिह्नित कर जागरूक करने की कार्य शुरू कर दिया है।
इस कार्य मे जिला उद्यान पदाधिकारी, रानिबहाल वन परिसर के वनपाल एवं केंद्र सरकार के राष्ट्रीय मेडिसिन प्लांट बोर्ड के निदेशक संजय वाला एवं उप निदेशक सौम्यजीत बिश्वास ने यहां के किसानों को जागरूक करने के लिए मदद को आगे आए हैं। गुरुवार को कुमिरदहा के पंचायत भवन में एक दिवसीय कार्यशाला में चारों प्रखंड के किसान प्रतिनिधि भाग लिया। देर शाम यहां संस्थान के सचिव अनिमेष एवं सदस्यों के साथ श्री वाला एवं श्री बिश्वास ने बैठक कर यहां सर्पगंधा, अश्वगंधा, कालमेघ, काला तुलसी, वनतुलसी, सतावर, सजिना की खेती शुरू करने के लिए किसानों को चिह्नित कर संकुल स्तर पर बृहत पैमाने में खेती शुरू कराने के लिए तीन महीना की समय निर्धारित किया है। गर्मी के बाद वर्षा शुरू होने के पूर्व यहां वनौषधि की खेती करने की निर्णय लिया गया है। बैठक में रंजिश कुनूई, संस्था की अध्यक्ष अपराजिता मंडल, वर्णाली मंडल, अपर्णा कुनूई, रबीन्द्र नाथ गोराई, जयदेव चक्रबर्ती, सुदीप पाल, माधव पाल, राजकमल मंडल एवं ब्रजेश्वर मंडल मौजूद थे।