पूरे जिले के शिक्षकों को एक ही केंद्र में प्रशिक्षण, डीसी से करेंगे शिकायत
शिक्षको की शिकायत पर बड़कुंवर ने संभाला मोर्चा
प्रशिक्षण है या उत्पीड़न समझ में नहीं आता है। बेनी सागर, कर्मपदा, छोटानगरा, जरैकेला आदि के लोगों को तो सीकेपी में होटल लेकर रहकर प्रशिक्षण करना पड़ रहा है। गुदड़ी, रनिया, बनगांव बांदू, बुंडू आदि सुदूरवर्ती बीहड़ के शिक्षक कैसे केंद्र तक रोज आयेंगे इसकी चिंता विभाग को नहीं है।
चाईबासा: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गगराई ने शिक्षको की शिकायत को गंभीरता से लिया है। श्री गगराई ने शिक्षकों के हित में मोर्चा संभाल लिया है। श्री गगराई ने कहा शिक्षकों की ओर से लगातार शिकायत मिल रही थी उन्हे पूरे जिले में एक ही प्रशिक्षण केंद्र चैनपुर में बनाकर प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।
पूरे जिला के शिक्षकों को बारी- बारी से बुलाकर प्रशिक्षण दिलाई जा रही है। जबकि चैनपुर प्रशिक्षण केंद्र भौगोलिक दृष्टि से उपयुक्त नहीं है। गैर- आवासीय प्रशिक्षण में चार दिन लगातार शिक्षको को चैनपुर आना पड़ रहा है। सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षको को सुबह 9 बजे केंद्र पहुंचने के लिए भोर को तीन बजे निकलना पड़ रहा है।
घर वापसी में भी 9 से 10 बजे रात के बाद ही मुकाम तक पहुंचते हैं। प्रशिक्षण है या उत्पीड़न समझ में नहीं आता है। बेनी सागर, कर्मपदा, छोटानगरा, जरैकेला आदि के लोगों को तो सीकेपी में होटल लेकर रहकर प्रशिक्षण करना पड़ रहा है। गुदड़ी, रनिया, बनगांव बांदू, बुंडू आदि सुदूरवर्ती बीहड़ के शिक्षक कैसे केंद्र तक रोज आयेंगे इसकी चिंता विभाग को नहीं है।
केंद्र में गुणवत्ता, अल्पाहार और लंच में भारी अनियमितता की भी शिकायत मिल रही है। झारखंड सरकार का हर योजना विफल है। पूर्व में प्रखंड स्तर पर प्रखंड मुख्यालय में प्रशिक्षण दी जाती थी। इसे लूट की मंशा से एक जगह केंद्रित कर दिया गया है। इस प्रशिक्षण में महिला शिक्षकों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। उन्हे अपने साथ एक रिलीवर को भी लेकर चलना पड़ रहा है। चैनपुर तक जाने के लिए गुदुड़ी, रनिया, बांडू और जराय केला आदि क्षेत्र के शिक्षको को 100 से 150 किमी का सफर तय करना पड़ रहा है।
उन्होंने इस प्रशिक्षण को अविलंब होल्ड करते हुए अगले सभी चरणों का प्रशिक्षण प्रखंड स्तर पर प्रखंड मुख्यालय में करने की मांग की है। श्री गगराई ने कहा आज शनिवार को इस मुद्दा के साथ शिक्षकों की कमी शिक्षा विभाग में बी.ई.ई.ओ की कमी हर स्कूल में शिक्षक और हर प्रखंड में बी.ई.ई.ओ की पदस्थापन खास कर हाट गमहारिया, जगन्नाथपुर और नोवामुंडी में स्थाई बी.ई.ई.ओ की मांग को लेकर उपायुक्त से वार्ता करेंगे। प्रशिक्षण केंद्र को हर हाल में प्रखंड मुख्यालयों में कराया जाएगा।