उड़िया भाषा को विलुप्त करने का हेमंत सरकार का एक षड़यंत्र: मोहन चरण माझी
भाजपा के परिवर्तन सभा में गरजे ओडिशा के सीएम
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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुऐ पुर्व सांसद सह प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने कहा कि यह परिवर्तन यात्रा यहां के युवा वर्ग के साथ साथ मजदूरो, महिलाओं गरीबों की आवाज है. आज जनता के करोड़ो रुपये खर्च कर अपने चहरे चमका रही है हेमंत सरकार.
चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी की ओर से परिवर्तन यात्रा सह जनसभा का आयोजन अनुमंडल कार्यालय के समीप जाममानी मैदान मे किया गया. जिसमे मुख्य अतिथि के रुप मे उड़िसा के मुख्यमंत्री मोहन मांझी उपस्थित हुए. मौके पर भाजपा नेता व हजारो की संख्या मे आये कार्यकर्ताओ ने गर्मजोशी से मुख्यमंत्री का स्वागत किया. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुऐ पुर्व सांसद सह प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने कहा कि यह परिवर्तन यात्रा यहां के युवा वर्ग के साथ साथ मजदूरो, महिलाओं गरीबों की आवाज है. आज जनता के करोड़ो रुपये खर्च कर अपने चहरे चमका रही है हेमंत सरकार. जल जंगल जमीन की बात करने वाले उसझ पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ही राज कर रहे है. हेमंत सरकार युवाओं को 5 लाख नौकरी का वादा तो पूरा नहीं कर लेकिन नौकरी देने की आड़ में मौत बांट रही है. राज्य में 2145 लोगे ने आत्महत्या कर अपनी जान गवाई है. साढे 4 साल में केवल मंईया सम्मान योजना पर ही बात कर रही है. हर बहनों को 2000 रुपया देने का वादा कर अब तक मात्र 1000 से 2000 ही खाते में आई है. हेमंत सरकार महिलाओं के सम्मान करने की बात कर रही है. जबकि मुख्यमंत्री के गृह जिला में सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं पर हो रहा है इस पर सरकार क्यों चुप है. गीता कोड़ा जनता की आवाज हमेशा उठाई है आगे भी उठाते रहेगी.
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झारखंड में भी डबल इंजन की सरकार लाना है: मोहन चरण माझी
वहीं जय जगन्नाथ की उद्घोष के साथ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुऐ उड़िसा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कहा कि विगत चार बर्षों से झारखण्ड में कठपूतली व बिना निति की सरकार चल रही है. आशा है माँ दूर्गा आने वाले चुनाव में इसका नाश अवश्य करेंगी. यहाँ खेतिहरो किसानों का न्युनतम मासिक आय 4 हजार 4 सौ मात्र है. यह देश में सबसे कम है. इसका उत्तरदायी हेमंत सरकार है. यहाँ उड़िया भाषी लोग दोयम दर्जे की हालत में हैं. झारखण्डी उड़िया भाषा उपेक्षित हैं. हेमंत सरकार यहाँ शिक्षकों कि बहाली न कर उड़िया को विलुप्त करने का प्रयास कर रही है. भाजपा सरकार आयी तो झारखण्ड के 136 स्कूल के उड़िया शिक्षकों का निवेदन को स्वीकार करते हुए उनका मानदेय बृद्धी करते हुए 3 से 6 हजार किया जाएगा. शिक्षकों का बकाया पैसा भी दिया जाएगा. यहाँ के उड़िया छात्र छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक भी दिया जाएगा. स्कूल भवन भी बनाया जाएगा. उड़िया भाषा को विलुप्त करने का हेमंत सरकार का एक षड़यंत्र है. झारखण्ड में भी डबल इंजन की सरकार लाना है. डबल इंजन सरकार जो कहती है वह करती है. यह हमारे उड़िसा में देखने को मिल रहा है.