भाजपा का घोषणापत्र महज छलावा: कांग्रेस
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रांची: भाजपा द्वारा जारी घोषणा पत्र पर सवाल खड़े करते हुये कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ अजय ने कहा कि मोदी सरकार में युवाओं के सपने साकार नही हो सकते हैं। विगत पांच सालों में इस सरकार ने लोगों के साथ सिर्फ छलावा किया है। डाॅ अजय ने कहा कि हमे एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करना है और यह बढ़ती बेरोजगारी के कारण संभव नही दिखता।
केंद्र सरकार का इस बाबत फोकस नही है। कांग्रेस ने वादा किया है कि हम निश्चित वक्त के दरमियान देश को तटस्थ दिशा देने का काम करेंगे। 31 मार्च 2020 तक 20 लाख रिक्त पड़े सरकारी नौकरियों को हर हाल में भर दिया जाएगा। कुमार ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी कर दी जाएगी, ऐसे चुनावी घोषणा मोदी जी ने किया है जबकि 2014 में लागत का 1.5 गुणा मूल्य देने का वायदा था जबकि केन्द्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देकर अपने वायदे से मुकर गई।
2022 में आय दोगुनी होगी, ऐसा बताया जा रहा है जबकि केन्द्र सरकार ने इसे पूरा करने के लिए अशोक दलवई कमेटी का गठन किया था, जिसका सुझाव था कि कृषि विकास दर 10.4 प्रतिशत होना जरूरी है तभी किसानों का आया दोगुना किया जा सकेगा। पिछले पांच वर्षों की मोदी सरकार में कृषि विकास दर 3.7 या 3.8 प्रतिशत ही है ऐसे में इनके वादे पर कौन ऐतबार करेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली जी का बयान हास्यासपद है। उनका कहना है कि भारत 30- 31 में दुनिया की तीसरी सर्वाधिक बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगी, जबकि सरकार का कार्यकाल 5 वर्षो का होता है। हमने न सिर्फ पर कैपिटा इनकम बढ़ाने की बात की है बल्कि 72000 की न्याय योजना के मार्फत भारत के 20 फीसदी लोगों को बेसिक इनकम देने का वादा किया है। ऐसे में इन्हें गरीबी रेखा से उपर उठाया जाएगा।
कुमार ने कहा कि भाजपा ने महिला सशक्तीकरण की बात तो की, लेकिन इस दिषा में कोई ठोस कदम नही उठाया। कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने कहे वादा को निभाना जानते हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनी तो सबसे पहले सत्र में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव लाया जाएगा। भाजपा पर तंज कसते हुये उन्होंने कहा कि आज वे 2014 में किये अपने वादों को भूल गये हैं और चर्चा तक नही कर रहे हैं। दावा किया कि देश की जनता मोदी के पांच वर्षों के कार्यकाल को समझ चुकी है और ऐसे में उनके मनगढंत वादों का नकरात्मक रिजल्ट आना तय है।
Edited By: Samridh Jharkhand