लारियेट्स एंड लीडर्स फाॅर चिल्ड्रेन्स ने महामारी में बच्चों की मदद के लिए एक ट्रिलियन डाॅलर मदद का किया आह्वान


लारियेट्स एंड लीडर्स फाॅर चिल्ड्रेन्स संस्था की स्थापना नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने 2014 में की थी. कैलाश सत्यार्थी चार दशकों से बाल मजदूरी, बाल दासता, ट्रैफिकिंग के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. इस संस्था की स्थापना का उद्देश्य दुनिया भर के हाशिये पर के बच्चों के अधिकारों व हितों के लिए संघर्ष करना है.
इस मौके पर कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि लारियेट्स एंड लीडर्स के हम सभी सदस्य दुनिया की सरकारों को याद दिलाना चाहते हैं कि आपदा के इस समय में वे दुनिया के सबसे कमजोर व हाशिये पर के बच्चों को नहीं भूलें. हमें अब एक पीढी को बचाने और उनकी सुरक्षा के उपाय करना चाहिए.
नोबेल पुरस्कार विजेताओं एवं वैश्विक नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा कि कोरोना वायरस दुनिया की अधिसंख्य आबादी पर अपना असर जारी रखेगा और इसका सबसे बुरा असर सबसे कमजोर तबके के बच्चों पर पड़ेगा. महामारी एवं आपदाकाल बच्चों का शोषण और बढाएगा. लाॅकडाउन की वजह से घरों में उनके साथ दुव्र्यवहार बढेगा और उन्हें यौन व शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ेगा. लाॅकडाउन जैसे-जैसे खुलेगा उनकी ट्रैफिकिंग बढेगी.
अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए उन्हें स्कूल की पढाई बीच में छोड़नी होगी. अपने श्रम को सस्ते में बेचना होगा. अगर दुनिया की सरकारों से उनका वास्तविक हिस्सा 20 प्रतिशत मिलता है तो इसके परिणाम परिवर्तनकारी होंगे. एक ट्रिलियन डाॅलर की अपील सभी सरकारों से की जा रही है वह वह संयुक्त राष्ट्र संघ की सभी चैरिटी को पूरा करने में सहायका होगा और उनके बकाये के भुगतान में मददगार होगा. यह दो वर्ष की कमी को पूरा करेगी, जिसके तहत सतत विकास की बात कही जाती है. इससे करोड़ से अधिक लोगों की जान बचायी जा सकेगी. इन्होंने अपने बयान में कहा है कि हम जी 20 के नेताओं की अतिरिक्त कार्रवाई पर बल दे रहे हैं, जिनकी तत्काल अंतरराष्ट्रीय सहायता आवश्यक है.
इस संबंध में जारी बयान में दलाई लामा, डेसमंड टुटु, एचआरएच प्रिंस अली अल हुसेन, लेमाह जोबोवी, केरी कैनेडी, रिगोबर्टा मेंचु तुम, जोस रामोत हर्ता, मैरी राॅबिन्सन, गाय राइडर, कैलाश सत्यार्थी के हस्ताक्षर हैं. मालूम हो कि लारियेट्स एंड लीडर्स फाॅर चिल्ड्रेंस कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन की पहल है.