Chaibasa news: परिवर्तन यात्रा का कारवां कल पहुचेंगी जगन्नाथपुर, उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन माझी होंगे शामिल
आज पूरा सरकारी तंत्र मंईयां सम्मान योजना योजना के पीछे पड़ा हुआ है: गीता कोड़ा
आज झारखंड की आदिवासी पहाड़ी महिलाओं को कहीं टुकड़ों में काट कर फेंक दिया जाता है, एक बच्ची को जिंदा जला दिया जाता है। उसके लिए भी सरकार ने एक शब्द नहीं बोला। वहीं महिलाओं के साथ इन्होंने वादे किए थे 2000 चूल्हा खर्च देंगे वह खर्च इन्होंने दिया ही नहीं।
चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी कार्यालय जगन्नाथपुर में प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने परिवर्तन यात्रा को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें गीता कोड़ा ने कहा कि आगामी 30 तारीख को परिवर्तन यात्रा के दौरान उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन मांझी जगन्नाथपुर में सभा को संबोधित करेंगे।
परिवर्तन यात्रा का एक ही मकसद यह है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 2019 को घोषणा पत्र जारी किया था जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सुरेन ने कहा था कि झामुमो की सरकार आएगी तो 5 लाख युवाओं को नौकरी देंगे अगर नौकरी नहीं दे पाया तो 5 हजार और 7 हजार युवा बेरोजगारों को भत्ता दूंगा। आज तक यह वादे उन्होंने पूरा नहीं किया जिसके वजह से आज यहां के लाखों लाख आबादी युवा दर-दर भटकने को विवश है।
आज युवा इतने नाराज है कि युवा सड़कों पर है और आंदोलन करने पर विवश है। जब यह लोग आंदोलन करने या बात को रखने जाते हैं तो झारखंड सरकार उनके ऊपर लाठी चार्ज करवाती है। साथ ही वर्तमान के सरकार ने कहा था कि जितने भी अनुबंध कर्मी है उनको हम स्थाई करेंगे लेकिन अनुबंध कर्मी को स्थाई नहीं किया। इनके साथ ही उन्होंने छात्रों के साथ वादा किया था वे प्राथमिक से पीएचडी तक सभी लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देंगे और झारखंड में सबसे खराब स्थिति शिक्षा प्रणाली की है।
आज पूरा सरकारी तंत्र एक ही योजना के पीछे पड़ा हुआ है वह है मैया सम्मान योजना। बता दे की जिस तरह प्रचार प्रसार किया जा रहा है क्या वाकई में यहां की महिलाओं को सम्मान मिल रहा है। आज दुमका जैसे जिले में जो खुद मुख्यमंत्री का अपना गृह जिला है उस जिले में सबसे ज्यादा अपराधित घटना महिलाओं के साथ घट रहा है। आज कल्पना सोरेन पूरे प्रदेश में मैया सम्मान योजना का घूम घूम कर प्रचार कर रही है। लेकिन क्या वास्तव में महिलाओं को वह सम्मान मिल रहा है जिसकी वे हकदार हैं।
दुमका जैसे जिले में, जो मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है जहाँ वे अपना चुनाव लड़ते है। उस जिला में सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ अपराधित घटना घटी है। जिसमें सबसे ऊपर गिरिडीह जिला रांची और गढ़वा जिला है। जिले में हर दिन 21 मामले महिलाओं के साथ मामला दर्ज हो रहा है। हर महीने 658 महिलाओं के साथ अपराधित घटना का मामला दर्ज हो रहा है। जिसमें 185 दुष्कर्म के, 170 लापता के, 80 छेड़खानी के, 17 दहेज हत्या का मामला, 206 दहेज की मांग का मामला है। लेकिन इस पर झारखंड सरकार चुप बैठे हुए है।
आज झारखंड की आदिवासी पहाड़ी महिलाओं को कहीं टुकड़ों में काट कर फेंक दिया जाता है, एक बच्ची को जिंदा जला दिया जाता है। उसके लिए भी सरकार ने एक शब्द नहीं बोला। वहीं महिलाओं के साथ इन्होंने वादे किए थे 2000 चूल्हा खर्च देंगे वह खर्च इन्होंने दिया ही नहीं। महिलाओं को नौकरी में आरक्षण 50% देने की बात कही थी पर इन्होंने आरक्षण नहीं दिया। धान की कालाबाजी हो रही है। सरकार न्यूनतम राशि का भुगतान नहीं कर पा रही है जिसके कारण किसान अलग-अलग कीमतों पर अपनी उपज बेचने को मजबूर हैं।
सरकार ने 5 साल के अंदर सिंचाई नेटवर्क को 5 गुना बढ़ाने का वादा किया था लेकिन आज किसी किसान के पास सिंचाई के लिए पानी नहीं है। सरकार ने चाईवासा को राज्य की उप-राजधानी बनाने का वादा किया था। वह वादा का क्या हुआ। ऐसे बहुत से मामले हैं जिसे सरकार ने आज तक पूरे नहीं किए हैं इन्हीं सभी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने परिवर्तन यात्रा निकाला है जो झारखंड सरकार की पोल खोल का योजना बना रही है।