हंगामा क्यों है बरपा, दोष मुक्त नहीं हुए हेमंत, सिर्फ जमानत मिला है: प्रतुल

भाजपा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रेस वार्ता पर पलटवार करते हुए तंज कसा

हंगामा क्यों है बरपा, दोष मुक्त नहीं हुए हेमंत, सिर्फ जमानत मिला है: प्रतुल
प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव (फोटो ट्विटर)

जमानत अदालत की प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है और इस पर इतना छाती ठोकर दंभ भरने की आवश्यकता नहीं है। आज उच्च न्यायालय के सिंगल बेंच ने हेमंत सोरेन को जमानत जरूर दिया है। 

रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रेसवार्ता पर पलटवार करते हुए तंज कसा और कहा कि हेमंत सोरेन को सिर्फ उच्च न्यायालय के सिंगल बेंच ने जमानत दिया है। परंतु झारखंड मुक्ति मोर्चा इस तरीके से उत्सव मना रहा है जैसे उनको सारे आरोपों से दोष मुक्त कर दिया गया। 

प्रतुल ने कहा कि जमानत अदालत की प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है और इस पर इतना छाती ठोकर दंभ भरने की आवश्यकता नहीं है। आज उच्च न्यायालय के सिंगल बेंच ने हेमंत सोरेन को जमानत जरूर दिया है। लेकिन लेकिन पूरे मुकदमे का ट्रायल अभी बाकी है। इसलिए झारखंड मुक्ति मोर्चा अभी से हेमंत सोरेन को दोष मुक्त मानकर अदालत की अवमानना कर रहा है।

उच्च न्यायालय के डबल बेंच ने हेमंत सोरेन के खिलाफ लगे आरोपों को प्रथम दृष्टया सही माना था

श्री शाहदेव ने कहा कि उच्च न्यायालय की डबल बेंच ने हेमंत सोरेन के खिलाफ जमीन घोटाले में लगे आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया था। हेमंत सोरेन ने उच्च न्यायालय में जब अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी तो केस संख्या WP(Cr) 68/2024 में दिनांक 3 मई, 2024 को माननीय कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और माननीय न्यायमूर्ति नवनीत कुमार की बेंच ने अपने जजमेंट में प्रथम दृष्टया हेमंत सोरेन के खिलाफ लगे आरोपों को सही माना था। 

हाईकोर्ट की डबल बेंच ने ईडी की प्रारंभिक कार्रवाई को भी जायज ठहराया था।हेमंत सोरेन के द्वारा एक आदिवासी होने के कारण प्रताड़ित करने के आरोपों पर उच्च न्यायालय ने कहा था कि यह एक हारते हुए मुवाकिल की बचने का अंतिम प्रयास लगता है। उच्च न्यायालय ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से बरामद 36 लाख रुपए को लेकर उनके द्वारा दिए गए जवाब में माता- पिता के इलाज हेतु पैसा रखने की दलील को भी असमर्थनीय माना था। 

प्रतुल ने कहा उच्च न्यायालय ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को चुनौती करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। प्रतुल ने कहा कि सुविधा की राजनीति के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा सिर्फ जमानत के सीमित मुद्दे पर दिए गए उच्च न्यायालय के सिंगल जज के जजमेंट को दिखा रहा है। लेकिन डबल बेंच के टिप्पणियों को नजरअंदाज कर रहा है। प्रतुल ने कहा सत्य की हमेशा जीत होती है और जिन लोगों ने भी भ्रष्टाचार किया है मोदी जी के न्यू इंडिया में ऐसे भ्रष्टाचारियों को बक्शा नहीं जा सकता है।

हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक लंबा लिस्ट

प्रतुल ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ रांची लैंड स्कैम, साहिबगंज का पत्थर खनन घोटाला, अवैध खनन घोटाला, ट्रांसफर पोस्टिंग घोटाला, प्रश्न पत्र लीक घोटाला आदि ढेर सारे संगीन आरोप लगे हैं। इस सरकार के कार्यकाल में 70,000 करोड रुपए के घोटाले का आरोप लगा है। भ्रष्टाचार और ट्रांसपेरेंसी के लिए स्थापित लोकायुक्त और सूचना आयोग जैसी संस्थाओं को पंगु बना दिया गया। यह साफ दिखता है कि यह सरकार भ्रष्टाचार के मामलों को सामने आने देना नहीं चाहती।

Edited By: Samridh Jharkhand

Latest News

Ranchi news: डॉ अंबेडकर की 134 वीं जयंती के मौके पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन Ranchi news: डॉ अंबेडकर की 134 वीं जयंती के मौके पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन
झारखंड कल्याण की चिंता छोड़ परिवार कल्याण पर सिमटा झामुमो महाधिवेशन: प्रतुल शाह देव
ड्रग्स के उत्पादन, वितरण और उपभोग पर रखें कड़ी नजरः मुख्य सचिव
Ranchi news: सीएमपीडीआई ने वंचित युवाओं के लिए शुरू किया कौशल विकास कार्यक्रम
कोलकाता उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर व्यक्त किया पूर्ण संतोष
मंत्री हफ़ीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बाहर करें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन: बाबूलाल मरांडी
बाबा साहब भीम राव आंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं राष्ट्र निर्माता थे: बाबूलाल मरांडी
Jamshedpur news: टाटा स्टील ने मनाया राष्ट्रीय अग्नि सेवा दिवस 
झारखंड में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत, चुनाव आयोग सदैव मतदाताओं के साथ: मुख्य चुनाव आयुक्त
Horoscope: आज का राशिफल
Giridih News: सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स गिरिडीह में हुई नए सत्र की शुरुआत
Hazaribag News: बड़कागांव के विभिन्न छठ घाटों में श्रद्धालुओं ने डुबते हुए सुर्य को दिया अर्घ