Assembly Elections 2024
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... विधानसभा चुनाव 2024: माले ने तीन सीटों से किया प्रत्याशियों का एलान, जानिये हार जीत का समीकरण
Published On
By Devendra Kumar
इस बार माले इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, और यदि हम अरुप चटर्जी और अशोक मंडल को प्राप्त कुल वोट को आपस मे जोड़ दें यह आंकड़ा 110,792 का हो जाता है, और यही वह आंकड़ा है, जो अर्पणा सेन गुप्ता की मुश्किलें बढ़ा सकता है. खिजरी विधानसभा चुनाव 2024: बदलेगा रिवाज या खिलेगा कमल
Published On
By Devendra Kumar
यदि हम खिजरी के रिवाज पर विश्वास करें तो इस बार भाजपा की पारी नजर आती है, राजकुमार पाहन एक बार भी से अखाड़े में उतरने की चाहत रखते हैं, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि इस बार भाजपा यहां से आरती कुजूर को मैदान में उतारने का इरादा रखती है. हालिया दिनों में आरती कुजूर का कद भाजपा के अंदर काफी बढ़ा है, लेकिन मुश्किल यह है कि उस हालत में राजकुमार पाहन की भूमिका क्या होगी. और यदि राजकुमार पाहन ने बगावती तेवर अपना लिया तो क्या रिवाज बदलेगा या फिर कमल की वापसी होगी? ऑपरेशन कोल्हान! चंपाई नहीं, मधु कोड़ा होंगे भाजपा चेहरा! 54 फीसदी ‘हो’ मतदाताओं के सहारे कमल खिलाने की तैयारी
Published On
By Devendra Kumar
ऑपरेशन चंपाई और मधु कोड़ा की घर वापसी का साइड इफेक्ट कितनी सीटों पर देखने को मिल सकता है? मुश्किल से दो सीट ही नजर आती है, जहां कमल खिलने की भविष्यवाणी पूर जोर तरीके से की जा सकती है, एक तो खुद चंपाई सोरेन की सराइकेला की सीट है और दूसरा जगन्नाथपुर का मधु कोड़ा का किला. इसमें मधु कोड़ा किला में कमल खिलने में कोई संदेह नजर नहीं आता, लेकिन यही दावा सराइकेला के बारे में पूरे दम खम के साथ नहीं किया जा सकता. यह ठीक है चंपाई के पालाबदल का असर यहां देखने को मिलेगा, लेकिन यह असर कितना असरदार होगा, इसके लिए अभी झामुमो के पैतरे का भी इंतजार करना होगा, जब तक झामुमो की ओर से चेहरे की घोषणा नहीं हो जाती, आंकड़ों पर आधारित कोई भी तर्क संगत भविष्यवाणी नहीं की जा सकती विधानसभा चुनाव 2024: हटिया में नवीन जायसवाल का चौका या पूरा होगा अजयनाथ शाहदेव का सपना
Published On
By Sujit Sinha
क्या अजयनाथ शाहदेव ने 2019 की हार के बाद मतदाताओं के साथ अपने को जोड़े रखा है या फिर चुनावी समर के दौरान ही मतदाताओं की याद आई है? क्या खुद अपने चेहरे के सहारे भी अजयनाथ शाहदेव कांग्रेस और महागठबंधन के आधार वोट बैंक में वृद्धि करने की स्थिति में हैं? क्या इन पांच वर्षों के दौरान अजय नाथ शाहदेव ने मतदाताओं का साथ अपना रिश्ता बनाये रखा है? क्या हटिया विधानसभा के मूलभूत सवाल पर अपने मतदाताओं के साथ खड़ा रहे हैं? वास्तव में इस बार हटिया में इसकी ही परीक्षा होने वाली है? यदि अजयनाथ शाहदेव इन पांच वर्षों में अपने मतदाताओं के साथ अपना रिश्ता बनाये रखा होगें तो हटिया की सियासी तस्वीर में बदलाव से इंकार नहीं किया जा सकता हंगामा क्यों है बरपा, दोष मुक्त नहीं हुए हेमंत, सिर्फ जमानत मिला है: प्रतुल
Published On
By Samridh Jharkhand
जमानत अदालत की प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है और इस पर इतना छाती ठोकर दंभ भरने की आवश्यकता नहीं है। आज उच्च न्यायालय के सिंगल बेंच ने हेमंत सोरेन को जमानत जरूर दिया है। हेमंत सोरेन बेल पर जेल से बाहर आए हैं, मुकदमों से नहीं हुए बरी: अमर बाउरी
Published On
By Sumit Kumar
आगामी 100 दिन में झारखंड में नया सवेरा लाना है। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में लूट, भ्रष्टाचार एवं ध्वस्त विधि व्यवस्था पर गंभीर है। हम लगातार जनता के बीच इसे लेकर जा रहे हैं। लोकसभा के बाद अब विधानसभा चुनाव में टाइगर जयराम का खेला!
Published On
By Sumit Kumar
दुमका में हार के बाद घर वापसी की तैयारी में सीता सोरेन!
Published On
By Sumit Kumar
रांची: लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड भाजपा की सेहत कुछ ठीक नहीं चल रही. एक तरफ देवघर (अनुसूचित आरक्षित सीट) से भाजपा विधायक नारायण दास ने यह दावा कर सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है कि गोड्डा सांसद निशिकांत... 