झारखंड : प्राथमिक-मध्य विद्यालय के शिक्षकों के 71 हजार पदों के सृजन का प्रस्ताव तैयार, मंत्री को भेजा प्रस्ताव

रांची : झारखंड गठन के 20 साल बाद पहली बार बड़ी संख्या में राज्य में शिक्षकों के पदों का बड़ी संख्या में सृजन करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। झारखंड में मध्य एवं प्राथमिक विद्यालय के 71 हजार पदों के सृजन क प्रस्ताव तैयार किया गया है।

उस पर बड़ी संख्या में विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं। देश में जहां औसतन 18 बच्चों पर एक शिक्षक हैं, वहीं झारखंड में 26 बच्चों पर एक शिक्षक हैं। सर्व शिक्षा अभियान के प्रावधानों के अनुसार, प्रत्येक मध्य विद्यालय में तीन स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक का होना अनिवार्य है।
प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली में आधे पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में उनके स्थायी शिक्षक बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।
झाररखंड में इस वक्त इंटर प्रशिक्षित शिक्षकों के 53352 पद सृजित हैं, जबकि आरटीइ के तहत 88309 पदों की आवश्यकता है। इसमें 35517 पद पर शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि 17, 835 रिक्त है। इस श्रेणी में 34967 शिक्षकों की आवश्यकता है।
वहीं, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के 10782 पद सृजित हैं, जिनमें 4893 पद रिक्त हैं, हालांकि आरटीइ के तहत 47736 पदों की जरूरत है। इस श्रेणी में 5889 शिक्षक कार्यरत हैं और 36954 शिक्षक चाहिए। यानी आरटीइ के तहत दोनों श्रेणी में कुल 71911 शिक्षक चाहिए।