Koderma News: केटीपीएस बनेगा डीवीसी का सबसे अधिक विद्युत उत्पादन करने वाला केंद्र
केटीपीएस के विस्तारीकरण का कार्य 2025 में होगा शुरू
केटीपीएस में 800 मेगावाट के दो नए यूनिटों के माध्यम से कुल 1600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा. इसके लिए भेल को 14 हजार करोड़ से अधिक का टेंडर अवॉर्ड किया गया है.
कोडरमा: जिले के बांझेडीह में स्थित कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन (केटीपीएस) के विस्तारीकरण का कार्य नए साल 2025 में शुरू हो जाएगा. यहां 800 मेगावाट के दो नए यूनिटों के माध्यम से कुल 1600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा. इसके लिए भेल को 14 हजार करोड़ से अधिक का टेंडर अवॉर्ड किया गया है. डीवीसी के मुख्य अभियंता मनोज ठाकुर ने बताया कि विस्तारीकरण के बाद कोडरमा डीवीसी का सबसे बड़ा और अधिक विद्युत उत्पादन करने वाला केंद्र बन जाएगा. वर्तमान में यहां 1000 मेगावाट का विद्युत उत्पादन हो रहा है.
प्लांट के विस्तारीकरण के बाद यहां 2600 मेगावाट का अतिरिक्त विद्युत उत्पादन होगा. थर्मल पावर प्लांट के नए दो यूनिट का निर्माण का कार्य करीब चार साल तक चलेगा. इससे यहां 4 हजार से अधिक रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे. इसके साथ ही तिलैया डैम में 155 मेगावाट सोलर पावर का भी निर्माण होगा. कोडरमा के तिलैया डैम और डीवीसी के पंचेत डैम में 155 -155 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. तिलैया डैम में इसका कार्य स्टर्लिंग विल्सन कंपनी और पंचेत डैम में एलएंडटी को दिया गया है.
डीवीसी (केटीपीएस) के मुख्य अभियंता मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि 18 महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. यहां उत्पादित बिजली सीधे नेशनल ग्रिड को भेजा जाएगा. अब रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश काफी आगे बढ़ चुका है. जिले के बांझेडीह में स्थित कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन के विस्तारीकरण का कार्य 800 मेगावाट के दो नए यूनिटों के माध्यम से कुल 1600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा. इसके लिए भेल को 14 हजार करोड़ से अधिक का टेंडर अवॉर्ड किया जा चुका है.