Hazaribagh news: एसडीओ की पत्नी अनीता देवी का इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लोहसिंघना थाना का किया घेराव
कहा पुलिस नहीं कर रही है गिरफ्तार, एसडीओ सहित उनके परिवार वाले हैं मुख्य आरोपी
थाना घेराव के दौरान पुलिस ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया था तो दूसरी ओर सुबह सदर एसडीओ अशोक कुमार के आवास पर भी सुरक्षा बढ़ा दी थी जबकि मजिस्ट्रेट के रूप में पदाधिकारियों को तैनात किया गया था । विधी व्यवस्था को लेकर सदर अंचलाधिकारी मयंक भुषण, कटकमदाग अंचलाधिकारी विजय कुमार सुरक्षा बल के साथ तैनात रहे।
हजारीबाग: सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार की अर्धजली पत्नी अनिता देवी की मौत शनिवार तड़के रांची के देवकमल अस्पताल में हो गई। अनीता देवी के मायके वालों ने उनकी मौत के बाद उनका शव हजारीबाग लेकर आए तथा आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर मृतक के परिजनों ने लोससिंघना थाना के सामने शव के साथ थाना का घेराव कर दिया।
सभी लोगों ने सामूहिक रूप से हजारीबाग एसडीओ अशोक कुमार समेत सभी आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। परिजनों का कहना है कि आम जनता अगर इस तरह की घटना को अंजाम देती तो अब तक उसकी गिरफ्तारी हो जाती है पर प्रशासनिक अधिकारि होने के कारण एसडीओ को पुलिस के द्वारा अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
हजारीबाग सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार के ऊपर उनके ससुराल वालों ने उनकी पत्नी अनीता देवी को जिंदा जलाकर मार देने का आरोप लगाया है। दरअसल पिछले 26 दिसंबर को अर्धजली स्थिति में एसडीओ की पत्नी अनीता देवी को हजारीबाग के निजी अस्पताल लाया गया और यहां से बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर किया गया। बोकारो से फिर रांची के देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया पर शनिवार तड़के इलाज के दौरान अनीता देवी की मौत हो गई।
मौत के बाद परिजन शव को हजारीबाग ले आए और शव के साथ लोहसिंघना थाना का घेराव किया । परिजनों का आरोप है की बेहद निर्मम तरीके से एसडीओ ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी पर जिला प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है और सभी आरोपी घूम रहे हैं। परिजनों ने कहा की हजारीबाग सदर एसडीओ अशोक कुमार अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शव को रांची से हजारीबाग लाने के दौरान कई बार परेशान किए। परिजनों का यह भी कहना है कि अनीता देवी की तो मौत हो गई लेकिन दिन भर परिवार वाले कई बार मरे हैं।
थाना घेराव के दौरान पुलिस ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया था तो दूसरी ओर सुबह सदर एसडीओ अशोक कुमार के आवास पर भी सुरक्षा बढ़ा दी थी जबकि मजिस्ट्रेट के रूप में पदाधिकारियों को तैनात किया गया था । विधी व्यवस्था को लेकर सदर अंचलाधिकारी मयंक भुषण, कटकमदाग अंचलाधिकारी विजय कुमार सुरक्षा बल के साथ तैनात रहे। सदर अंचलाधिकारी ने कहा की अपर समाहर्ता के निर्देश पर लॉ एंड ऑर्डर का ख्याल रखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात की गई है।
इस पूरे मामले पर हजारीबाग पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने कहा की एफआईआर दर्ज किया गया है और अनुसंधान भी तेज कर दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया की जो भी व्यक्ति इसमें संलिप्त पाया जाएगा उसे गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि कानून सभी के लिए एक है। हजारीबाग सदर एसडीओ अशोक कुमार के विरुद्ध पत्नी को जलाकर मारने के आरोप में लोहसिंघना थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है।
मामले के सूचक एसडीओ के साला राजू कुमार गुप्ता है तथा उनके द्वारा एसडीओ समेत चार लोगों को आरोपी बनाया गया है जिसमें एसडीओ के पिता दुर्योधन साव छोटा भाई शिवनंदन कुमार एवं छोटे भाई की पत्नी रिंकू देवी का नाम शामिल है। सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार के ऊपर उनके साले ने गंभीर आरोप लगाया है कि उसकी बहन को जलाकर मार दिया गया है । राजू कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उसकी बहन अनीता कुमारी को जान मारने की नियत से तारपीन का तेल उड़ेल कर जलाया गया है जिसमें वह 65 फ़ीसदी जल गई थी। राजु कुमार ने कहा की यह पूरा मामला अवैध संबंध के चारों ओर घूम रहा है क्योंकि उसके बहनोई अशोक कुमार का किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध है तथा इसी बात को लेकर दोनो पति पत्नी के बीच विवाद होता रहता था। एक बार इस मामले में हम सब परिवार एवं अशोक कुमार के परिवार बैठ के बातचीत भी किए थे जिसमें अशोक कुमार ने बोला था कि आगे से शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। फिर एक बार बीच में इसी मामला में दोनो पति-पत्नी में विवाद हुआ था।
वही एसडीओ अशोक कुमार के पिता दुर्योधन कुमार ने कहा कि सारा आरोप निराधार है तथा पति-पत्नी के बीच में मधुर संबंध थे। घटना कैसे हुई इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है. परिवार वाले ने बताया है कि सुबह 6:30 बजे अलाव तापने के दौरान कपड़े में आग लगने से यह घटना घटी है