Hazaribagh news: विस्थापितों संग अंचलाधिकारी नित्यानंद दास ने किया बैठक, मदद का दिया भरोसा
साथ ही डीवीसी द्वारा विस्थापित रैयतों के शोषण की गाथा बताई
जीतन महतो ने कहा कि अंचलाधिकारी नित्यानंद दास जी की बहुत अच्छी पहल है कि इन्होंने हम विस्थापितों की समस्या को जानने और हमें न्याय दिलाने के लिए हमारे गांव आए हम विस्थापितों की बातों को गंभीरता से लेकर कार्य कर रहे हैं।
हजारीबाग: विष्णुगढ़ प्रखंड स्थित कोनार डैम के विस्थापित रैयत डीवीसी प्रबंधन के खिलाफ अपनी मूलभूत सुविधाओं के साथ मालिकाना हक के लिए आंदोलनरत रहे हैं। अंचलाधिकारी नित्यानंद दास ने कोनार डैम के निर्माण के समय अधिगृहित भूमि के दाखिल खारिज हेतू तत्परता के साथ सभी विस्थापितों की स्थिति को जानने और मालिकाना हक मिले इसके लिए गांव गांव जा कर उनकी समस्या से अवगत होते हुए, हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। श्री दास ने कहा कि विस्थापितों को न्याय दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है, नावाटांड़ के साथ कोनार डैम अन्य विस्थापितों का भी दाखिल खारिज हेतू प्रयास किए जा रहे हैं, जल्द ही दाखिल खारिज संबंधी कार्य शुरू किए जाएंगे।
विस्थापित युवा सह झारखंड लोकतांत्रिक क्रान्तिकारी मोर्चा के केंद्रीय संगठन मंत्री महेंद्र प्रसाद महतो उर्फ माही पटेल ने विधानसभा चुनाव समाप्ति के बाद से ही अंचलाधिकारी नित्यानंद दास से ग्रामसभा कर विस्थापितों की समस्या जानने का अनुरोध किया था साथ ही डीवीसी द्वारा विस्थापित रैयतों के शोषण की गाथा बताई ।
विस्थापित सुरेश राम ने कहा कि नावाटांड़ के विस्थापित डीवीसी प्रबंधन के खिलाफ मालिकाना हक, फॉर्म 12 समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर वर्षों से आंदोलनरत रहे हैं पर प्रबंधन सिर्फ आश्वाशन देती है। नव निर्वाचित सांसद महोदय से भी इस मामले पर मदद की अपील किया है।
जीतन महतो ने कहा कि अंचलाधिकारी नित्यानंद दास जी की बहुत अच्छी पहल है कि इन्होंने हम विस्थापितों की समस्या को जानने और हमें न्याय दिलाने के लिए हमारे गांव आए हम विस्थापितों की बातों को गंभीरता से लेकर कार्य कर रहे हैं। सत्तर साल से कोई हमें पूछने तक नहीं आया।हम विस्थापित आंदोलन करते और आश्वाशन मिलता और इस पर कोई कार्य नहीं होता, धन्यवाद के पात्र हैं अंचलाधिकारी महोदय।