जानिए क्या है “सोना सोबरन साड़ी-धोती योजना” और कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ

झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने आज “सोना सोबरन योजना” का शुभारंभ कर दिया है. झारखंड कैबिनेट से इस योजना को एक बार फिर से हरी झंडी मिलने के बाद आज से इस योजना को लागू कर दिया गया है. इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को एक साड़ी और एक धोती या लुंगी दी जाएगी.

2014 में मेरी सरकार ने झारखण्ड की गरीब जनता के लिए धोती-साड़ी योजना शुरू की थी जिसे पूर्ववर्ती सरकार ने बंद कर दिया।
आज का दिन ऐतिहासिक है। गरीब जनता को तन ढकने के लिए फिर सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना शुरू की जा रही है। साल में दो बार 10 रु में इस योजना का लाभ गरीब जनता को मिलेगा। pic.twitter.com/1zmVaHG4aQ— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 22, 2021
क्या है “सोना सोबरन साड़ी-धोती योजना”
सोना सोबरन योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवार यानी बीपीएल परिवारों को 10 रुपए में साड़ी धोती या लूंगी दी जाएगी. हालांकि इस योजना हेमंत सरकार द्वारा 2014 में की गई थी मगर रघुवर दास सरकार ने इसे बंद कर दिया था. लेकिन एक बार फिर हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने अपने घोषणा पत्र में वादे को पूरा करते हुए एक बार फिर इस योजना की शुरुआत कर दी है.
आपको बता दें कि सोना सोबरन सोरेन झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के पिता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दादा का नाम है. हेमंत सोरेन ने अपने दादा के नाम से सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के पीछे उद्देश्य यह कि गरीब, दलित और आदिवासी परिवारों को अनुदानित दर पर धोती, साड़ी और लूंगी मुहैया करवाया जा सके. खासतौर संताल और आदिवासी समुदाय को क्योंकि उनका मुख्य परिधान धोती, साड़ी व लूंगी है.
दुमका स्थित पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में “सोना सोबरन योजना” की भव्य शुरुआत
झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी सोना सोबरन धोती साड़ी वितरण योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शुभारंभ किया गया. इसके अलावा दूसरे जिलों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में शुरू किया गया कार्यक्रम
रोटी कपड़ा मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रखते हुए झारखंड सरकार ने एक बार फिर इस योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत लाभुकों को वस्त्र उपलब्ध कराया जाएगा. इस योजना का वार्षिक बजट 500 करोड़ है इसके तहत राज्य की 58 लाख परिवार को लाभान्वित करने का लक्ष्य है. गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों को साल में दो बार 10 रुपए प्रति वस्त्र की न्यूनतम दर पर एक साड़ी, धोती या लुंगी दी जाएगी.
पीडीएस दुकानों में भी बंटेगी साड़ी और धोती
झारखंड सरकार की सोना सोबरन योजना के अंतर्गत वितरित की जाने वाली साड़ी और धोती पीडीएस दुकानों के जरिए भी बांटी जाएगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए दस्तावेज दिखाने होंगे. इसका लाभ सिर्फ झारखंड के निवासियों को भी मिलेगा. इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए मूल निवास प्रमाण पत्र, गरीबी रेखा कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड मुहैया कराना जरूरी होगा.