सीएम हेमंत सोरेन की रणनीति लायी रंग, कैमरून में फंसे झारखण्ड के 11 श्रमिक की सुरक्षित वापसी
श्रम विभाग के अधिकारियों ने श्रमिकों का स्वागत बिरसा हवाई अड्डे पर किया
इसके बाद 27 दिसंबर 2024 को 47 श्रमिकों में से 11 श्रमिकों का पहला समूह कैमरून से भारत के लिए सुरक्षित वापसी कर हुई। झारखण्ड पहुँचने पर श्रम विभाग के अधिकारियों ने श्रमिकों का स्वागत बिरसा हवाई अड्डे पर किया
रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर कैमरून में फंसे झारखण्ड के 47 प्रवासी श्रमिकों में से 11 श्रमिकों की सुरक्षित वापसी हो गई। सभी श्रमिकों को श्रम विभाग द्वारा उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया। बाकी बचे 36 श्रमिकों की वापसी भी सुनिश्चित की जा रही है।
क्या है मामला ?
श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान हुआ
कंट्रोल रूम की टीम लगातार ई-मेल और फोन के माध्यम से अधिकारियों, कंपनी एवं श्रमिकों से संपर्क करते हुए श्रमिकों का कुल 39 लाख 77 हजार 743 रुपया बकाया रुपये का भुगतान कराया गया है। इसके बाद 27 दिसंबर 2024 को 47 श्रमिकों में से 11 श्रमिकों का पहला समूह कैमरून से भारत के लिए सुरक्षित वापसी कर हुई। झारखण्ड पहुँचने पर श्रम विभाग के अधिकारियों ने श्रमिकों का स्वागत बिरसा हवाई अड्डे पर किया