सरयू राय ने लिखा सीएस को पत्र, हिंडाल्को घटना पर उठाए सवाल
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रांची: मुरी के हिंडाल्को की घटना को लेकर हो रही जांच पर प्रदेश के मंत्री सरयू राय ने संशय प्रकट किया है। मुख्य सचिव डीके तिवारी को पत्र लिखकर राय ने घटना की निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से जांच करने की बात कही है। राय ने इस बाबत सवाल खड़े करते हुये पत्र में लिखा है कि क्या राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (एसपीसीबी) ने हिंडाल्को को नदी, रेल लाइन, मानव बस्ती व कृषि भूमि के पास कास्टिक तालाब के लिए कंसेंट-टू-इस्टैब्लिश (सीटीइ) तथा कंसेंट टू ऑपरेट (सीटीओ) जारी करने से पहले इस संबंध में किसी टेक्निकल-फिजिब्लिटी अध्ययन संबंधी रिपोर्ट को मद्देनजर रखा था ?
सरयू ने सवाल पूछा है कि पर्षद के अधिकारी सीटीइ व सीटीओ जारी करने के बाद से लेकर अब तक कितनी बार वहां जाकर हालात का जायजा लिया है ? क्या उन्होंने यह जानने की कोशिश की है कि वहां पर्यावरण संबंधी मानकों का अनुपालन हो रहा है या नहीं ? क्या हिंडाल्को कंपनी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (सीपीसीबी) के सात नवंबर 2017 के नोटिस के बाद बंद हुई थी ? यदि हां, तो कितने दिनों तक. क्या एसपीसीबी के अधिकारियों ने केंद्रीय पर्षद के क्लोजर नोटिस के बाद कंपनी द्वारा दी गयी अनुपालन रिपोर्ट की सत्यता की जांच की गई है ? सरयू राय ने सवाल पूछा है कि क्या एसपीसीबी ने सीपीसीबी द्वारा उठाये गये पर्यावरण संबंधी मुद्दों की जांच की कोशिश की ? इसके लिए क्यों न हिंडाल्को व एसपीसीबी के अधिकारियों सहित पर्षद के अध्यक्ष व सदस्य सचिव के खिलाफ अपना कर्तव्य नहीं निभाने के लिए कार्रवाई हो।
Edited By: Samridh Jharkhand