हम जुमला नहीं बोलते, हम जो बोलते हैं वो करते हैं: हेमंत सोरेन
हेमंत बोले- आप आवाज देते हैं तो हमें ताक़त मिलती है
हेमंत सोरेन ने कहा- बेटी, रोटी और माटी की बात करने वाले इसे ही लूटने आते हैं. उन्होंने कहा, सभी पर दर्ज मामले वापस लेंगे. दिल्ली से आम लोगों के लिए अजीबोगरीब फरमान जारी होता है.
रांची: भाजपा के नेता गुजरात, महाराष्ट्र, असम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा से यहां वोट मांगने आए हैं. ये नेता यहां क्यों आते हैं. यहाँ आकर ये लोग बेटी, रोटी और माटी की बात करते हैं, जबकि असल में वे इन्हीं चीजों को लूटने के लिए यहां आते हैं. उपरोक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कही. हेमन्त सोरेन मंगलवार को चंदनक्यारी, निरसा और बेरमो में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा यह चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है, जिसमें हर जाति और धर्म के लोग भाग लेते हैं, और इस महापर्व में सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए.
हम यहां महागठबंधन के लिए वोट मांगने आए हैं, हेमन्त सोरेन ने कहा झारखण्डियों की आवाज से हमें ताक़त मिलती है और हम दोगुने जोश से झारखण्ड के विकास को गति देते हैं. ये ताक़त देने का क्रम आप सभी बनायें रखिए. अनूप सिंह को मजबूत करेंगे तो हमें मजबूती मिलेगी. आप सभी कोन्याद होगा कोरोना संक्रमण का दौर आप सभी से मिली मजबूती की वजह से ही हम देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में फँसे अपने झारखण्डी भाईयों को लाने से सफल हुए थे और उनके जीवन और जीविका को सुरक्षित किया था .
हेमंत सोरेन ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही सरकार थी, जिसने लोगों को हाथ में राशन कार्ड लेकर सड़क पर दौड़ने और मरने के लिए मजबूर किया . उन्होंने कहा, इनके कार्यकाल में किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या करने को मजबूर हो गए थे. 2019 से पहले लगभग 10 हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की, लेकिन हमारी सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए कदम उठाए. झारखण्ड के लाखों किसानों का दो लाख रुपये तक का ऋण माफ किया.
मुख्यमंत्री ने कहा, लगातार महँगाई केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से बढ़ गई है. आम आदमी पर महंगाई का बोझ है. इस बोझ को कम करने के लिए हमने आप सभी का बकाया बिजली बिल माफ कर दिया. सरकार बनते ही बकाया बिजली बिल को लेकर दर्ज सभी केस वापस लेने का काम सरकार करेगी.
विरोधियों को नहीं भाया कि कोई आदिवासी-दलित उनकी बराबरी में आकर खड़ा हो सके
हेमन्त सोरेन ने रामगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कभी ऐसा डबल इंजन की सरकार में नहीं हुआ कि समय से पूर्व चुनाव हुआ हो. जब आदिवासियों मूलवासियों की सरकार बनी तो हमारे विरोधियों को यह नहीं भा रहा था कि झारखण्ड में आदिवासियों मूलवासियों की सरकार रहे, इसलिए उन्होंने समय से पहले चुनाव करा दिया. इन व्यापारियों को नहीं भाया कि कोई आदिवासी दलित उनकी बराबरी में आकर खड़ा हो सके. लेंडर की सरकार अपनी एजेंसियों को अपने तरीके से नचाती है, अपने तरीके से आदेश देते हैं.
20 वर्ष में किसने आपके बोझ को कम किया? किसी ने नहीं. महागठबंधन की सरकार ने बकाया बिजली बिल माफ कर, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान कर, सभी को पेंशन देकर, महिलाओं को सम्मान देकर, बच्चियों को शिक्षा में मदद कर आपके बोझ को कम किया. हेमन्त सोरेन जो बोलता है वो करता है. वादा निभाता है. हम कोई झूठ और जुमला नहीं बोलते.