महिला सशक्तिकरण में नाबार्ड की भूमिका सराहनीय: राज्यपाल
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– धूमधाम से 38वां स्थापना दिवस संपन्न
रांची: नाबार्ड के 38वें स्थापना दिवस के मौके पर झारखंड क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा होटल बीएनआर चाणक्य में राज्य स्तरीय एसएचजी पुरस्कार समारोह आहूत किया गया। इस बाबत मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि वित्तीय समावेशन पर हस्तक्षेप,ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने,प्राक्रतिक संसाधन प्रबंधन, ग्रामीण बुनियादी ढांचा व संस्थागत समर्थन के लिए नाबार्ड की भूमिका अत्यंत बेहतर है।
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राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं का जीवन स्तर और भी ऊंचा करने के लिए नाबार्ड से कदम उठाने का अनुरोध किया। 2018 में संसद द्वारा नाबार्ड अधिनियम में संशोधन कर नाबार्ड की प्रामाणिक पूंजी को भारत सरकार ने बढ़ाकर 30 हजार करोड़ रुपये कर दिया है, जिससे इस संस्था के प्रमुख कार्य कृषि व ग्रामीण विकास में लाखों गरीब लघु और सीमांत किसानों, आदिवासी व ग्रामीण महिलाओं की सहायता हो सकेगी। इस मौके पर मुख्य महाप्रबंधक आशीष कुमार पाढी ने ग्रामीण भारत से सामाजिक व आर्थिक विकास के अलावे महिला सशक्तिकरण में नाबार्ड के योगदान पर प्रकाश डाला। कहा कि झारखंड में झारखंड में 49 हजार से अधिक एसएचजी को बढ़ावा दिया गया है। इस दौरान झारखंड में नाबार्ड नामक एक पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में रामगढ़, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम के एसएचजी सदस्यों सहित ई-शक्ति लागू जिले के एनीमेटरों को सम्मानित किया गया।
Edited By: Samridh Jharkhand