रूपा तिर्की मौत मामले की जांच झारखंड हाइकोर्ट ने सीबीआइ को सौंपी, परिजनों ने पंकज मिश्रा की भूमिका पर उठाया सवाल़

रांची : झारखंड हाइकोर्ट ने झारखंड पुलिस की दारोगा रूपा तिर्की मौत मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो, सीबीआई को सौंप दी हैै। रूपा तिर्की युवा पुलिस अधिकारी थीं और साहेबगंज में पदस्थापित थीं और महिला थाना की प्रभारी थीं। रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने यह फैसला दिया है।
Jharkhand High Court orders for CBI probe in the death case of Rupa Tirkey, who was a sub-inspector with Jharkhand Police. Tirkey had died allegedly by suicide in early May at her government accommodation at Sahebganj.— ANI (@ANI) September 1, 2021
रूपा तिर्की का शव इस साल तीन मई को संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। पहले जस्टिस विनोद गुप्ता की एक सदस्यीय टीम इस मामले की जांच कर रही थी। रूपा तिर्की के परिवार ने उनकी हत्या की आशंका जतायी थी।
रूपा तिर्की के पिता ने इस फैसले के बाद कहा है कि उन्हें अब उम्मीद है कि न्याय मिलेगा, क्योंकि पहले न तो पुलिस ने साथ दिया और न ही राज्य सरकार ने। उन्हांेने कहा कि आज जब हाइकोर्ट ने यह फैसला दिया है तो उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी बच्ची को न्याय मिलेगा। रूपा तिर्की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने जिन लोगों को अरेस्ट करवाया था उसे छुड़वाया गया था। न्यूज 18 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उसे पंकज मिश्रा जो पुलिस का अधिकारी नहीं है उसके सामने क्यों पेश किया गया था। रूपा तिर्की की मां पद्मावती उरांव ने भी मामले में पंकज मिश्रा को लेकर सवाल उठाया और पूछा कि उसके पास उसे क्यों ले जाया गया था।
मालूम हो कि तीन मई को रूपा तिर्की का शव उनके सरकारी आवास से मिला था। रूपा की मौत पर झारखंड में काफी हंगामा मचा चुका है और इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग लंबे समय से उठती रही है।
मंगलवार को अदालत ने विभिन्न पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।