रिम्स में किया गया बीटिंग हार्ट कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी, मरीज को मिला नया जीवन
इस सर्जरी में हृदय शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त भेजना जारी रखता है
मरीज़ को पिछले कुछ दिनों से सीने में दर्द की परेशानी हो रही थी. जांच में तीव्र हृदयाघात (एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम) का ज्ञात हुआ. कोरोनरी एंजियोग्राम करने पर ट्रिपल वेसल कोरोनरी आर्टरी बीमारी की जानकारी प्राप्त हुई.
रांची: रिम्स के CTVS विभाग के चिकित्सकों द्वारा हाल ही में सफल बीटिंग हार्ट कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी किया गया. बिहार के औरंगाबाद से कार्डियक इमरजेंसी के तहत आये इस मरीज़ को पिछले कुछ दिनों से सीने में दर्द की परेशानी हो रही थी. जांच में तीव्र हृदयाघात (एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम) का ज्ञात हुआ. कोरोनरी एंजियोग्राम करने पर ट्रिपल वेसल कोरोनरी आर्टरी बीमारी की जानकारी प्राप्त हुई. मरीज़ की स्थिति को देखते हुए पहले दवाओं के माध्यम से उसे स्थिर किया गया फिर CABG की योजना बनाई गयी.
सोमवार को मरीज़ का सफलतापूर्वक बीटिंग हार्ट बायपास सर्जरी किया गया. इस सर्जरी के दौरान हृदय शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त भेजना जारी रखता है. पारंपरिक बाईपास सर्जरी में दिल की धड़कन को रोका जाता है, ताकि दिल न हिले और खून से भरा हुआ हो. ऑपरेशन के बाद मरीज़ की स्थिति में सुधार है और आज उसे ICU से रिकवरी वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है. यह सर्जरी आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क की गयी है एवं सर्जरी के लिए आवश्यक सामग्री अमृत फार्मेसी से उपलब्ध कराई गयी थी.
सर्जरी टीम का नेतृत्व CTVS विभाग के डॉ. राकेश चौधरी ने किया. वहीं टीम में CTVS विभाग के डॉ. अंशुल कुमार, निश्चेतना विभाग से प्रो. (डॉ.) शिव प्रिय, डॉ नितीश कुमार, अन्य रेजिडेंट चिकित्सक, OT असिस्टेंट राजेंद्र और खुशबू भी शामिल थे.