कोडरमा: कस्तूरबा की छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ मनाया करमा पूजा, खेला झूमर
नई टांड, पपलो, जामु समेत कई ग्रामीण इलाकों में करमा पूजा की धूम रही
करमा पूजा झारखंड का एक प्रमुख त्योहार है. सरहुल के बाद करमा झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा प्रकृति पर्व है. करम पर्व (करमा पूजा) भाद्र मास के एकादशी तिथि को मनाया जाता है।
कोडरमा: प्रकृति का पर्व करमा पूजा मरकच्चो प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हर्षोल्लास के साथ शनिवार को मनाया गया। प्रखंड के मरकच्चो दसारो, सिमरिया, चोपनाडीह, बरियारडीह, खेशमी, नावाडीह, दरदाही, बिचारिया, नई टांड, पपलो, जामु समेत कई ग्रामीण इलाकों में करमा पूजा की धूम रही।
शनिवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मरकच्चो में करमा पूजा का आयोजन किया गया। विद्यालय की छात्रा बाल सांसद नूतन कुमारी, रिया कुमारी, ऋचा कुमारी, रेणु कुमारी, संगीता कुमारी, छोटी कुमारी, रानी कुमारी, अंजनी कुमारी, अन्नु कुमारी, संजना कुमारी, खुशबु कुमारी समेत सैकड़ो छात्राओं ने करमा पूजा के साथ-साथ कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। इसके साथ झूमर का भी आयोजन किया गया। कस्तूरबा की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत झूमर में आदिवासी सभ्यता, संस्कृति और प्रकृति के प्रति प्रेम की झलक दिखी। छात्रों ने करमा के गीत पर खूब झूमर का प्रदर्शन किया।
वार्डन उषा टोपनो ने कहा कि आज झारखंड ही नहीं देश के कई राज्यों में करमा पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति और परंपरा से आदिवासियों ने समाज में अपनी अलग पहचान बनाई है। वहीं विद्यालय की लेखा पाल हुस्न आरा ने कहा कि करमा पर्व आदिवासियों की संस्कृति विरासत को बचा के रखा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता वार्डन उषा टोपनो ने की जबकि संचालन छात्रा नूतन कुमारी ने किया।