झारखंड में एसीबी की सबसे बड़ी कार्रवाई, मामूली जेइ के घर मिले ढाई करोड़ नकद, गिनने में लग गए सात घंटे


जूनियर इंजीनियर के घर से दो करोड़ 45 लाख 54 हजार रुपये नकद बरामद किए और कई निवेश संबंधी कागजात भी उसके यहां से जब्त हुए हैं, जिसकी जांच के बाद यह पता चलेगा कि उसने काली कमाई कहां-कहां निवेश कर रखी है.
सुरेश प्रसाद वर्मा को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने अपने विभाग के कई बड़े अफसरों के नाम बताए जिसके साथ मिलकर उसने इतनी बड़ी काली रकम बनायी.
एसीबी के डीजी ने बताया कि उसने जांच टीम को प्रलोभन भी दिया और फोन पर दबाव भी डलवाया, लेकिन एसीबी के कर्मियों ने पूरी ईमानदारी से उसके खिलाफ अभियान को अंजाम तक पहुंचाया.
कैसे चढा हत्थे?
जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा की काली कमाई सीधे एसीबी को पता नहीं चली. दरअसल, गुरुवार को उसे साकची थाना क्षेत्र के आइडीए काॅलोनी निवासी संवेदक विकास कुमार शर्मा से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया थी. इस गिरफ्तारी के बाद एसीबी के डीजी नीरज सिन्हा को गुप्त सूचना मिली की उसके घर काफी पैसा व संपत्ति के कागजात हैं. इसके बाद एसीबी डीजी ने एसपी चंदन कुमार सिन्हा को तलाशी का आदेश दिया. जमशेदपुर एसीबी थाना के प्रभारी डीएसपी अरविंद कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ जेइ के एमजीएम आनंद विहार रोड नंबर 11 स्थित घर पर छापा मारा.
नोट को गिनने में हुई दिक्कत
इंजीनियर के घर से नोट मिलने के बाद एसीबी की टीम भी आश्चर्य में पड़ गयी. नोट का ढेर था, जिसे गिनना उनके लिए मुश्किल हो रहा था. इसके बाद नोट गिनने की मशीन मंगायी गयी. मशीन से भी नोट गिनने में सात घंटे लग गए. उसके यहां दो हजार एवं पांच के नोट थे. उसके यहां से पांच फ्लैट के कागज, निवेश, जमीन के कागज एवं 100 ग्राम सोना जब्त किया गया.