मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका सीट छोड़ी, बरहेट के विधायक के रूप में ली शपथ


2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन दोनों सीटों से लड़े थे और विजयी रहे थे. ऐसे में उन्हें कोई एक सीट छोड़नी थी. ऐसे में उन्होंने दुमका सीट छोड़ने का निर्णय लिया. हेमंत सोरेन पिछली विधानसभा के लिए 2014 में हुए चुनाव में भी दोनों सीटों से लड़े थे और सिर्फ बरहेट से जीते थे, जबकि दुमका में उन्हें भाजपा की लुईस मरांडी से हार का सामना करना पड़ा. इस बार फिर हेमंत दोनों सीटों से लड़े और बरहेट पर अपना कब्जा बरकरार रखते हुए रघुवर दास सरकार की मंत्री लुईस मरांडी को चुनाव हरा दिया.
हेमंत सोरेन के इस कदम के बाद यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि वे अपनी खाली की हुई सीट से आखिर किसे चुनाव लड़ाएंगे. यह अटकल पहले से ही चल रही है कि हेमंत जिस भी सीट को छोड़ेंगे वहां से अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को वे चुनाव लड़ा सकते हैं. अब यह आने वाले सप्ताह में ही तय होगा कि यहां से झामुमो का उम्मीदवार कौन होगा. हालांकि हेमंत सोरेन के इस फैसले से लुईस मरांडी को एक बार फिर से चुनाव लड़ने का मौका मिल गया. वे यहां से मजबूत दावेदार रही हैं.