बालू पर टैक्स लगा भाजपा ने छीना गरीबों का हक: मधु कोड़ा
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चाईबासा: राजनीति में परिवारवाद का प्रचलन कोई नया नहीं है लेकिन सियासी दांव- पेच में आज हर कोई उलझा हुआ है कोई, बेटे को आगे बढ़ाने में जुटा है तो कोई पत्नी को, राजनीति की लंबी पारी कैसे खेलते हैं सियासतदान। इनदिनों पूर्व सीएम मधु कोड़ा ने अपनी पत्नी कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा के चुनावी प्रचार का बीड़ा उठा लिया है, सारंडा के जंगलों में आदिवासियों को गोलबंद करने में जुटे हैं, 43 डिग्री तापमान व आग बरसते दुपहरिया में कोड़ा इस राजनीतिक गर्मी को हवा दे रहे हैं।
जहां लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं, वहीं लोग चुनावी सभाओं में बच्चों के साथ शामिल हो रहे हैं। पत्नी की चुनावी कमान संभाल रहे मधु कोड़ा गांव- गांव में भाजपा के खिलाफ जमकर आग उगल रहे हैं। तारीख पे तारीख फिल्मी डायलॉग की तरह मधु कोड़ा भाजपा सरकार को टैक्स की सरकार का आरोप लगा रहे हैं। भाजपा सरकार कठघरे में खड़ा करते हुये कह रहे हैं कि बालू पर टैक्स लगा कर गरीबों का हक छीना गया है व अगली बार आये तो मिट्टी और मोरम पर भी टैक्स लगाएगी। कोड़ा ने कहा कि गरीब बालू से घड़ा, सुराही, घर बनाते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने बालू पर टैक्स लगा दिया। इससे गरीबों की रोजी- रोटी प्रभावित हुई। आरोप लगाया कि पांच तक भाजपा केवल जुमलेबाजी करती रही है।
कोड़ा सांसद लक्षमण गिलुवा पर हमला बोलते हुए कहते हैं कि पांच वर्षो में इन्होंने सिंहभूम के लोगों की उपेक्षा की। यही कारण है कि इनका लोगों से संपर्क खत्म हो गया। इन्होंने बतौर सांसद सिंहभूम के विकास के लिए कुछ नही किया। इन पांच वर्षो में सिंहभूम में एक भी मेडिकल कॉलेज, आईटीआई संस्थान या फिर अस्पताल और स्कूल नही खोले गये। उन्होंने अपने उपर लगे भ्रष्टाचार को कोई मुद्वा नहीं बताया, कहा कि ये प्रमाणित नहीं हो पाया है। भ्रष्टाचार का मुद्वा केवल चुनावी स्टंट है। भाजपा वाले भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाकर शब्दों के भ्रम जाल में लोगों को फंसा कर वोट मांग रही है। उन्होंने दावा किया कि जनता सब परख चुकी है व महागठबंधन के जेएमएम, जेवीएम, राजद की साझा कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा की जीत तय है।
Edited By: Samridh Jharkhand