पुत्रमोह में आकर रामटहल चुनाव लड़ने की जिद्द त्याग देंगे ?
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– चंदन चौधरी
रांची : परिवार का मोह ऐसा होता है कि अच्छे अच्छे शूरमां भी इसके आगे नतमस्तक हो जाते है। अपनी जिद त्याग कर परिवार और उनकी भलाई के बारे में सोचने लगते है। कुछ ऐसी ही असमंजस की स्थिति इन दिनों रामटहल चौधरी के साथ भी बनी हुई है।
भाजपा द्वारा लोकसभा का टिकट नहीं दिये जाने के बाद से ही चौधरी बागी तेवर अपनाए हुए है और गाहे बगाहे निर्दलीय चुनाव लडने की बात भी कर रहे है। लेकिन न तो अबतक उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दिया है और न नामांकन किया है। हालांकि उन्होंने आगामी 17 अप्रैल को पर्चा भरने का ऐलान किया है। लेकिन इन दस दिनों में ऊंट किस करवट बैठगा यह कह पाना मुश्किल है।
तो स्पष्ट है कि यदि रामटहल निर्दलीय चुनाव लड़ते है तो इसका भारी खामियाजा बीजेपी को उठाना पास सकता है। इसे देखते हुए भाजपा के शिर्ष नेताओं एवं आरएसएस के आलाकमान लगतार उनके संपर्क में है। मान मनोअल का भी दौर जारी है। रामटहल का भाजपा से इस्तीफा नहीं देने के भी अलग अलग मायने निकाले जा रहे है।
सूत्रों की माने तो रामटहल अपने पुत्र रणधीर चौधरी को राजनीति में लाना चाहते है। उनका यही पुत्रमोह भाजपा का काम आसान कर सकता है। कयास तो यह भी लगाए जा रहे है कि रणधीर चौधरी को भाजपा आने वाले विधानसभा के चुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है।
लेकिन रामटहल के बागी तेवर के आगे कहीं पासा उल्टा न पड़ जाए। यही कारण है कि रामटहल फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रहे है। पुत्रमोह के आगे यह भी मुमकिन है कि रामटहल अपना निर्णय बदल दे और भाजपा के सिपाही के रूप में अपने किरदार का निर्वहन करते रहे।
रामटहल चौधरी कुर्मियों को अपना वोट बैंक समझते है और कहीं न कहीं यह सत्य भी प्रतीत होता है। कुर्मियों का एक बड़ा खेमा रामटहल चौधरी के समर्थन में खड़ा रहा है। लेकिन इस बार टिकट नहीं मिलने से कुर्मी समाज भी आक्रोशित है और अपना प्रत्याशी उतारने पर विचार कर है।
कुरमी समाज के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने मीडिया को दिए अपने बयान में कह दिया है कि यदि रामटहल और उनके कार्यकर्ता भाजपा से इस्तीफा देकर आते है और निर्दलीय चुनाव लड़ते है तो कुरमी समाज उनका उनम समर्थन करने को तैयार है। रामटहल के निर्दलीय चुनाव लड़ने के आगे उनका पुत्रमोह रोड़ा बन सकता है, ये कतई नहीं चाहेंगे कि उनकी हठधर्मिता से उनके पुत्र के राजनीतिक जीवन पर कोई असर पड़े।
Edited By: Samridh Jharkhand