युवा के हाथों में बिहार की राजनीति भविष्य, तय करेंगे जीत हार की समीकरण

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं में भी उत्साह आने लगा है. लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी अपना योगदान देकर सशक्त और मजबूत सरकार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बाते दें कि बिहार राज्य की कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 18 लाख बताया जा रहा है. अगर पुरुष मतदाताओं की बात करें तो उनकाल संख्या 3,69,58,241 इतना है.

जबकि महलियों की संख्या 3,27,77,686 है और अन्य मतदाताओं की संख्या मात्र 2,299 है. वहीं 2020 के मतदाता सूची के अनुसार 18 से 39 साल के मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 66 लाख 34 हजार से अधिक है, यानि बिहार राज्य के आधे से अधिक मतदाता युवा हैं, फिर भी वे लोग अपने उम्र से अधिक जनप्रतिनिधी को मतदान करेंगे.
2020 को तैयार मतदाता सूची के मुताबिक प्रदेश में 18 से 39 साल के युवा मतदाताओं की संख्या तीन करोड़ 66 लाख 34 हजार से अधिक यानी कुल मतदाता सात करोड़ 18 लाख के करीब आधी है. दूसरी ओर मौजूदा विधानसभा में 25 से 30 साल के उम्र के महज पांच विधायक हैं,जबकि 31 से 40 की उम्र वाले विधायकों की संख्या 32 है. राजद के तेजस्वी यादव सबसे कम उम्र के विधायक हैं.
वहीं, इन्हीं के दल के श्रीनारायण यादव की उम्र सबसे अधिक है. उम्र के मामले में कानूनी प्रावधानों के अनुसार कोई भी 25 वर्ष का युवक विधानसभा का चुनाव लड़ सकता है, लेकिन आबादी के अनुपात में राजनीतिक दलों से युवाओं को राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिल रही है.