सोशल मीडिया की ताकत का दिखा असर, दुमका में बिना पुलिस की मदद के परिजनों तक पहुंची गुमशुदा लड़की

झारखंड में मानव तस्करी के अधिक मामलों की वजह से लोग अधिक चिंतित थे
दुमका : सोशल मीडिया सिर्फ महानगरों व बड़े शहरों में ही नहीं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ा असरकारी साबित हो रहा है. सोशल मीडिया की वजह से शुक्रवार को एक 14 वर्षीय गुमशुदा बच्ची सानिया सोरेन अपने परिजनों को मिल गयी. सानिया सोरेने के गुम होने की सूचनाएं सोशल मीडिया पर जामा की विधायक सीता सोरेन व सामाजिक कार्यकर्ता सच्चिदानंद सोरेन सहित कई लोगों ने ट्विटर पर साझा की.

बच्ची खिजुरिया के केवटपाड़ा के स्वर्गीय भगलु केवट के घर से बरामद की गयी. बच्ची 24 अगस्त को शिवा केवट को खेत में रोती हुई मिली थी. इसके बाद शिवा केवट ने बच्ची को खाना खिलाया, हालांकि उन्होंने बच्ची से घर का पता पूछा तो वह बता नहीं सकी. इसके बाद उसे भगलु केवट के घर पर रखा गया.
अपडेट : बच्ची खिजुरिया के केवटपाड़ा के स्व० भगलु केवट के घर मे मिली।यह बच्ची 24 अगस्त को शिवा केवट को खेत मे रोती हुई मिली था।तब उसने उसे खाना खिलाया और घर का पता उससे पूछने पर पूरा पता नही बता रही थी तो वह भगलु केवट के यहां उसे रख दिया।उसके बाद आज रंजय सोरेन ने उसका घर पता किया pic.twitter.com/WRyZ4IEKAV
— SACHCHIDANAND SOREN (@Sachchidanand_S) August 28, 2020
इसके बाद शुक्रवार, 28 अगस्त को बच्ची के घर के बारे में रंजय सोरेन ने जानकारी जुटायी और परिजन को फोन किया. इसके बाद सरवा की मुखिया मंजुलता सोरेन के साथ परिजन बच्ची को लेने पहुंचे और उसे लेकर घर गए. बच्ची के मिले जाने से सबकी खुशी का ठिकाना नहीं था.
बच्ची 24 अगस्त, दिन सोमवार को अपने गांव धतिकबोन, पंचायत सरवा, प्रखंड-जिला दुमका से लापता हो गयी थी. इसके बाद से उसके माता-पिता मकलु मुर्मू व नंदलाल सोरेन परेशान थे और उसकी हर जगह तलाश कर रहे थे.
गुमशुदा सानिया सोरेन की तलाश :आपका एक शेयर परिजन को इस बच्ची से मिला सकता है।
सनिया सोरेन(14 वर्ष) बच्ची सोमवार 24-08-2020 से अपने गांव धतिकबोन,पंचायत सरवा,प्रखंड दुमका,ज़िला दुमका,झारखंड से लापता है।उनके माता का नाम मकलु मुर्मू,पिता नंदलाल सोरेन है। परिजन का नंबर 1/2 next pic.twitter.com/B1O8KTT06h— SACHCHIDANAND SOREN (@Sachchidanand_S) August 28, 2020
इस मामले में विधायक सीता सोरेन ने सामाजिक कार्यकर्ता सच्चिदानंद सोरेन को ट्वीट को रिट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग किया था. सीता सोरेन ने अपने ट्वीट में झारखंड में मानव तस्करी के खतरे को देखते हुए उस ओर भी इंगित किया था और सीएम से कार्रवाई की मांग की थी. उन्होंने यह भी लिखा कि सोशल मीडिया की ताकत की वजह से बिना पुलिस की मदद के बच्ची अपने परिजनों तक पहुंच गयी. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने यह सूचना साझा की उनका आभार प्रकट किया.
कृपया @MVRaoIPS @jharkhandpolice मामले को संज्ञान में लें। गुमशुदा बिटिया सनिया सोरेन को परिवार से मिलाने में हर संभव मदद करें गहनता के साथ छानबीन जरूरी।
मामला ट्रैफिकिंग,मानव तस्करी का भी हो सकता है वृहद पैमाने में झारखंड की बच्चियां ट्रैफिकिंग की शिकार हुई है.@HemantSorenJMM https://t.co/UxkgWOxtis— Sita Soren (@SitaSorenMLA) August 28, 2020
अगर आपकी एक छोटी सी प्रयास किसी दूसरे की खुशियां लौटा सकती है तो अपने उस प्रयास को निसंकोच अवश्य करें।
उसकी मदद कर आपको भी अभूतपूर्व खुशियों की अनुभूति होगी।
पर कुछ लोग अपने आप को राजनीतिक दायरे में बांध लेते हैं मदद करने की बात तो दूर मदद के नाम से भी संकोच करते हैं। #सोच_बदलो pic.twitter.com/NFyDpgf4BA
— Sita Soren (@SitaSorenMLA) August 28, 2020