मुंडारी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर 21 को रांची में निकलेगी नगाड़ा यात्रा

झारखंड आदिवासी विकास समिति की बैठक में फैसला

आदिवासी विकास समिति द्वारा यह यात्रा आयोजित की जाएगी। इसकी व्यापक तैयारी पर आज की बैठक में चर्चा की गयी। कार्यक्रम में आदिवासी समाज से आह्वान किया गया है कि परंपरागत पोशाक में नगाड़ा यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हों। कार्यक्रम मैं आदिवासी समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को सम्मानित भी किया जाएगा एवं झारखंड आदिवासी विकास समिति नगाड़ा यात्रा करके सरकार से यह मांग करेगी कि ऐतिहासिक मुंडाओं की प्राचीन राजधानी चुटिया नागपुर में स्मृति चिह्न स्थापित किया जाए एवं बहु बाजार चौक में एवं पुराना नामकुम थाना चौक में प्रवेश द्वार एवं निकास द्वार का निर्माण कराया जाए।
इसके साथ ही रांची रेलवे स्टेशन में हिंदी अंग्रेजी के साथ अनिवार्य रूप से मुंडारी में भी ट्रेन के आगमन एवं प्रस्थान का उद्घोषणा की जाए। रांची-लोहरदगा रेलवे प्रवेश द्वार का नामकरण पदम श्री डॉ रामदयाल मुंडा प्रवेश द्वार किया जाए। रांची क्षेत्र के अंदर जितने भी मुंडा नाम से स्थापित गांव और टोला है जिनका नाम अपभ्रंश कर गलत ढंग से उच्चारित किया जाता है उसे वापस पुनः विशुद्ध मुंडारी शब्द से प्रयोग में लाने हेतु सुधार किया जाए। आज की बैठक में सांस्कृतिक महासचिव सुखराम पाहन, केंद्रीय उपाध्यक्ष सह संगठन प्रभारी प्रवीण कच्छप, कोर कमेटी सदस्य अजय औड़ेया, अनूप खलखो, अनुज कंडूलना, अंकित कुल्लू, आशीष मुंडा, विनीत कुमार मुंडा, सहित समिति के पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।