पीएम मोदी के मंच से चंपाई सोरेन करें सरना धर्म कोड की मांग: झामुमो
पालाबदल के बाद सरना धर्म कोड पर चुप्पी साध बैठे हैं चंपाई
पूर्व सीएम चंपाई सोरन जब तक झामुमो के साथ रहें, सरना धर्म कोड की मांग पर काफी मुखर रहें. लेकिन पालाबदल के बाद सरना धर्म कोड पर चुप्पी साधते हुए बांग्लादेशी घुसपैठ पर काफी मुखरता से अपनी बात रख रहे हैं. यही कारण है कि झामुमो पुराने बयानों की याद दिला रहा है, साथ ही जमशेदपुर में पीएम मोदी के मंच से सरना धर्म कोड की घोषणा करवाने की चुनौती पेश कर रहा है
रांची: विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर से सरना धर्म कोड पर सियासत तेज हो चुकी है. झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्ज ने पूर्व सीएम चंपाई से पीएम मोदी के मंच से सरना धर्म कोड लागू करने मांग करने को कहा है. अपने सोशल मीडिया एकाउंट में सुप्रियो भट्टाचार्ज ने लिख है कि “ हमारी प्रतिबद्धता “सरना धर्म कोड” को लागू करना है, और यदि ऐसे वक्त मे जब सरना धर्म के सबसे बड़े उपासना के करमा पर्व के ठीक बाद प्रधानमंत्री जी झारखंड मे होंगे और उनके साथ मंच पर चंपाई सोरेन जी भी होंगे, तो ये अच्छा अवसर होगा की वो उनसे सरना धर्म की गणना के साथ सरना धर्म कोड की भी घोषणा करवा दें।“
हमारी प्रतिबद्धता “सरना धर्म कोड” को लागू करना है, और यदि ऐसे वक्त मे जब सरना धर्म के सबसे बड़े उपासना के करमा पर्व के ठीक बाद प्रधानमंत्री जी झारखंड मे होंगे और उनके साथ मंच पे चंपाई सोरेन जी भी होंगे, तो ये अच्छा अवसर होगा की वो उनसे सरना धर्म की गणना के साथ सरना धर्म कोड की भी… pic.twitter.com/beT5oS8Zjq
— Supriyo Bhattacharya (@Supriyo__JMM) September 12, 2024
पालाबदल के बाद सरना धर्म कोड पर चुप्पी साध बैठे हैं चंपाई
आपको बता दें कि पूर्व सीएम चंपाई सोरन जब तक झामुमो के साथ रहें, सरना धर्म कोड की मांग पर काफी मुखर रहें. लेकिन पालाबदल के बाद सरना धर्म कोड पर चुप्पी साधते हुए बांग्लादेशी घुसपैठ पर काफी मुखरता से अपनी बात रख रहे हैं. यही कारण है कि झामुमो पुराने बयानों की याद दिला रहा है, साथ ही जमशेदपुर में पीएम मोदी के मंच से सरना धर्म कोड की घोषणा करवाने की चुनौती पेश कर रहा है. सरना धर्म कोड की मांग आदिवासी समाज की पुरानी मांग है, और हेमंत सरकार इस मामले में विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेज चुकी है, लेकिन अब तक केन्द्र सरकार के द्वारा इस पर चुप्पी साध ली गयी है. चुंकि अब चंपाई सोरेन भी भाजपा के साथ हैं, और १५ सितम्बर को जमशेदपुर में पीएम मोदी की रैली होने वाली है. मंच पर चंपाई सोरेन की मौजूदगी भी रहेगी, इस हालत में झामुमो अब सरना धर्म कोड को सियासी मुद्दा बना रहा है.