मध्यप्रदेश : सिंधिया समर्थक 19 विधायकों का इस्तीफा, कमलनाथ ने छह को कैबिनेट से किया बाहर

भोपाल : मध्यप्रदेश की राजनीति पल-प्रतिपल करवट ले रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद बेंगलुरु में कैंप कर रहे उनके 19 समर्थक विधायकों ने विधायक पद, कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इन्होंने अपने-अपने इस्तीफे के पत्र के साथ सामूहिक तसवीर भी खींचवायी. इनमें छह मंत्री हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तुरंत इन छह मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर करने की राज्यपाल लालजी टंडन से अनुशंसा कर दी.
19 Congress MLAs including six state ministers from Madhya Pradesh who are in Bengaluru, tender their resignation from the assembly after Jyotiraditya Scindia resigned from the party. pic.twitter.com/ljTF7p90BV— ANI (@ANI) March 10, 2020
जिन मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर करने की अनुशंसा मुख्यमंत्री ने की है, उनमें इमरती देवी, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर व डाॅ प्रभुराम चैधरी शामिल हैं. इन मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर करने के साथ ही कमलनाथ क्राइस मैनेजमेंट में जुट गए हैं ताकि उनकी सरकार नहीं गिरे.
Chief Minister Kamal Nath writes to Madhya Pradesh Governor, recommends the immediate removal of six ministers. pic.twitter.com/wcUxg6LKLt
— ANI (@ANI) March 10, 2020
उधर, कांग्रेस नेता व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात के बाद कहा है कि राज्य सरकार मजबूत है और यह चलती रहेगी. उन्होंने कहा कि हमारे पर आवश्यक विधायकों की संख्या हैं. उन्होंने कहा कि किसी के कहने से सरकार नहीं गिर रही है.
उधर, दिग्विजय सिंह के छोटे भाई व कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि लगता नहीं है कि अब हमारी सरकार बचेगी. उन्होंने कहा कि हम मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और जनता हमें फिर चुन कर भेजेगी.
वहीं, भोपाल में कांग्रेस के एक विधायक बिशाउ लाल सिंह ने शिवराज सिंह चैहान की मौजूदगी में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गयी. बिशाउ ने कहा है कि अभी और विधायक कांग्रेस छोड़ेंगे.
गवर्नर लालजी टंडन होली की छुट्टी में घर गए हैं और वे 12 को भोपाल वापस आएंगे. उनके आने के बाद राजनीतिक बदलावों पर निर्णय लिया जाएगा.
उधर, भाजपा भी अपने विधायकों को टूट से बचाने के लिए गोपनीय जगह ले जाने की तैयारी में हैं.
वहीं, शिवराज सिंह चैहान ने कहा है कि उनका लक्ष्य सरकार गिराना नहीं है, उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी की कवायद राज्यसभा चुनाव से जुड़ी है. उन्होंने कहा कि हम राज्यसभा में अपने लिए सीट जीतना चाहते हैं.