दिउड़ी दिरी विवाद में जेल में बंद आन्दोनकारियों को जमानत, फूल-माले के साथ हुआ स्वागत
मंदिर ट्रस्ट को लेकर बढ़ रहा है विवाद
पिछले दिनों बंगाल, ओडिशा और झारखंड से आदिवासियों का जुटान हुआ था, जिसके बाद सीएम हेमंत का पुतला जलाने का निर्णय लिया गया था. और अब इस मामले में जेल में बंद आन्दोलनकारियों का फूल माले के साथ स्वागत किया जा रहा है
रांची: दिउड़ी दिरी विवाद में जेल में बंद पूर्णचंद्र मुंडा, राधाकृष्ण मुंडा सहित दूसरे सभी आन्दोनकारियों को जमानत मिल गयी है, कोर्ट के आदेश के बाद बिरसा मुंडा केन्द्रीय काराबार से बाहर निकलते ही आन्दोनकारियो की ओर से नामकुम स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाने का वादा दुहराया गया.
मंदिर ट्रस्ट को लेकर बढ़ रहा है विवाद
आपको बता दें कि दिउड़ी मंदिर को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद की स्थिति बनी हुई है. उनका दावा है कि खूंटकटी जमीन पर स्थित यह आदिवासी समुदाय का पूजा स्थल है, लेकिन तात्कालीन राजा की ओर से इसका दो प्लौट हिन्दू पंडा के नाम स्थांतरित कर दिया गया. अंचल अधिकारी के द्वारा काफी अर्सा पहले हिन्दू पंडा को सप्ताह में एक दिन मंगलवार को पूजा करन की अनुमति प्रदान की गयी थी, लेकिन मौजूदा समय में उनके इस पूजा स्थल हिन्दू पंडो की ओर से कब्जा कर लिया गया है, सबसे अधिक विवाद की वजह इस मंदिर को लेकर बनाये गये ट्रस्ट को खड़ा किया जा रहा है, आदिवासी समाज का दावा है कि चूंकि यह खूंटकटी जमीन पर स्थित है, इस हालत में इसका मालिक ग्राम सभा है, और बगैर ग्राम सभा की अनुमति के इस मंदिर के लिए किसी भी ट्रस्ट का निर्माण नहीं किया जा सकता, आदिवासी समुदाय के बीच इस बात का भय भी है कि एक बार ट्रस्ट के हाथ में इसका प्रबंधन जाते ही यह पूर्ण रुप से उनके हाथ से बाहर निकल जायेगा. यही कारण है कि आदिवासी समुदाय की ओर से लगातार विरोध प्रर्दशन किया जा रहा है, पिछले दिनों बंगाल, ओडिशा और झारखंड से आदिवासियों का जुटान हुआ था, जिसके बाद सीएम हेमंत का पुतला जलाने का निर्णय लिया गया था. और अब इस मामले में जेल में बंद आन्दोलनकारियों का फूल माले के साथ स्वागत किया जा रहा है