छह महीने बाद मंदिर- मस्जिद खोलने की इजाजत, दर्शन व इबादत सोशल डिस्टेंसिंग के साथ

रांची: कोरोना महामारी (Corona epidem) को देखते हुए 22 मार्च 2020 के जनता कर्फ्यू (Public Curfew) लगाया गया. जिसके बाद 24 मार्च से पीएम मोदी द्वारा पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन (Lockdown) का एलान कर दिया गया. इस दौरान उस हर कार्य पर पाबंदी लगा दी गई जिन जगहों से कोरोना फैलने की आशंका थी.इनमें से एक था धार्मिक स्थल.

बता दें पहाड़ी मंदिर (Pahari temple) में कोरोना संक्रमण को देखते हुए दर्शन व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं. पहाड़ी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को न केवल सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करना होगा बल्कि अरघा के माध्यम से जल अर्पण कर सकेंगे. यानी इस महामारी के दौरान बाबा के स्पर्श दर्शन होना मुश्किल है. सावन में लगाए जाने वाले अरघा को फिलहाल स्थाई रूप से गर्भगृह के चारों ओर लगाया जाएगा.
ताकि हर भक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाबा का जलाभिषेक कर सके. साथ ही मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं की मुख्य गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सैनिटाइज (Thermal Screening & Hand Sanitize) किया जाएगा. बता दे सावन माह में पहाड़ी मंदिर में बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई थी. जिसे अब भी बरकरार रखा जाएगा.
वहीं इबादत के लिए शहर के मस्जिदों में नए सिरे से साफ सफाई की जा रही है. नमाजी मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नमाज अदा (Namaz Ada) कर सकेंगे. कोरोना से बचाव के लिए मस्जिदों में भी सभी उपाय किए जा रहे हैं. फर्श को रोज सैनिटाइज किया जा रहा है. ताकि नमाजी महामारी के भय से मुक्त होकर नमाज अदा कर सकें.