रांची, मेदिनीनगर, हुसैनाबाद और झुमरी-तिलैया के लोगों के घरों तक जल्द ही पहुँचेगा शुद्ध पेयजल

रांची: राज्य सरकार सभी शहरी नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु पेयजलापूर्ति परियोजना पर कार्य कर रही है। बता दें कि इस बाबत राज्य के शहरी विकास एवं जलापूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बुधवार 8 सितंबर 2021 को नई दिल्ली में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, एशियन डेवलपमेंट बैंक और जुडको के बीच 1168 करोड़ रुपये के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है ।

झारखंड शहरी जलापूर्ति उन्नयन परियोजना के प्रथम चरण में राज्य के चार शहरी निकायों रांची, मेदिनीनगर, हुसैनाबाद और झुमरी-तिलैया में जलापूर्ति के लिए कुल 1168 करोड़ रुपये की परियोजना बनायी गयी है। इसके लिए एशियाई विकास बैंक प्रथम चरण के तहत 817.80 करोड़ रुपये का ऋण देगा जबकि राज्य सरकार की हिस्सेदारी लगभग 350.40 करोड़ रुपये होगी ।
परियोजना के तहत रांची के 304660 लोग (60932 आवास), हुसैनाबाद में 31515 लोग (6303 आवास), झुमरी-तिलैया में 125000 लोग (25000 आवास) एवं मेदिनीनगर में 123555 लोगों (24711 आवास) को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा।
परियोजना के तहत होने वाले कार्य
इस परियोजना के तहत राँची में 756 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहें है जिसमें 213 एमएलडी का रूक्का में जलशोध संयंत्र के साथ ही बोड़ेया के भरम पहाड़ी पर एक जलमीनार बनाया जायेगा। साथ ही रूक्का में 88 करोड़ की लागत से एक 225 एमएलडी का इंटेक वेल भी बनया जायेगा।
झुमरी-तिलैया में तिलैया डैम पर इंटेक वेल, 35.5 एमएलडी जलशोध संयत्र तथा चार नये जलमीनार बनाये जायेंगे। इस योजना में नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये कुल 200 किलोमीटर पाइप लाइन भी बिछायी जायेगी। योजना की लागत 150 करोड़ रुपये है।
हुसैनाबाद में सोन नदी पर 9.50 एमएलडी का इंटेक वेल का निर्माण एवं 60 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी है। साथ ही मेंहदीनगर, ब्लाक आफिस और अनुमंडल कार्यालय के निकट तीन जलमीनार बनना है। इस योजना की लागत लगभग 47 करोड़ रूपये है।
मेदिनीनगर में नार्थ कोयल नदी पर इंटेक वेल का निर्माण 17 एमएलडी का जलशोध संयत्र और चार नये जलमीनार बनने हैं। इसके साथ ही लोगों के घरों में पेयजलापूर्ति के लिये 215 किलोमीटर पाइप लाइन भी बिछायी जायेगी। इस योजना की लागत लगभग 162 करोड़ रुपये है।