स्वच्छ हवा और नीला आकाश दिवस पर कार्यशाला, वायु गुणवत्ता सुधार के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी

रांची : इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काइज के अवसर पर रांची नगर निगम और सेंटर फॉर एनवायरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट, सीड के द्वारा बुधवार, सात सितंबर 2022 को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें हवा एवं परिवेश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर्स के द्वारा सामूहिक भागीदारी पर बल दिया गया। इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काइज यानी नीले आकाश एवं स्वच्छ वायु का अंतरराष्ट्रीय दिवस का मकसद जनस्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए स्वच्छ हवा के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना है। इसलिए इस परिचर्चा का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण जैसी चुनौतियों के समुचित और बेहतर समाधान के लिए पारस्परिक सहयोग को बढ़ाना और क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सामूहिक प्रयासों को बल देना था।

इस अवसर पर रांची नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर शशि रंजन ने कहा कि राज्य सरकार ने एक प्रमुख सार्वजनिक मुद्दे के रूप में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नीतिगत प्राथमिकता दी है। एयर क़्वालिटी को बेहतर करने की योजना एवं समाधानों में आम नागरिकों को पूरी प्रक्रिया से जोड़ा जा रहा है। हम शहर में स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और प्रदूषण के स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जैसे कंस्ट्रक्शन गतिविधियों से निकलनेवाले कचरे का बेहतर प्रबंधन, कूड़े को खुले में जलाने पर प्रतिबंध, सड़क की धूल एवं वाहनों के उत्सर्जन में कमी के उपाय और शहर को साफ रखने के लिए बेहतर स्वच्छता समाधान आदि।
प्रमुख विभागों और एजेंसियों के बीच कन्वर्जेन्स एप्रोच पर बल देते हुए सीड के सीईओ रमापति कुमार ने कहा कि सरकारी एजेंसियों ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं, हालांकि समुचित परिणाम के लिए कन्वर्जेन्स एप्रोच के साथ समन्वय और नागरिकों एवं सिविल सोसाइटी संगठनों की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है ताकि उनके जरिए स्थानीय समाधानों एवं ठोस क्रियान्वयन को बल मिल सके। बड़े बदलाव की शुरुआत लोगों के छोटे मगर अहम प्रयासों से होती है। हम सभी को राज्य में प्रदूषित आबोहवा से नीला एवं स्वच्छ आकाश सुनिश्चित करने के लिए मिशन रूप में काम करने की आवश्यकता है।
इस मौके पर श्री वाईके दास, सदस्य.सचिव, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत तीन शहरों रांची, जमशेदपुर और धनबाद का क्लीन एयर एक्शन प्लान बना लिया गया है। इसके अलावा विशेष पहल के तहत अन्य छह शहरों जैसे रामगढ़, हजारीबाग, चाईबासा, साहिबगंज, पाकुड़ और दुमका के लिए भी क्लीन एयर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। अधिक वायु प्रदूषण वाले दिनों में स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने के लिए हम वायु गुणवत्ता के आंकड़े सार्वजनिक करते हैं, ताकि लोगों को स्वच्छ हवा के अभियान के लिए सचेत किया जा सके।
कार्यशाला को ज्योति कुमार सिंह, असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर, रांची नगर निगम के अलावा अन्य गणमान्य अतिथियों और तकनीकी सत्र को डॉ मनीष कुमार, डॉ अत्रि गंगोपाध्याय, पल्मोनोलॉजिस्ट, अभिजीत सिन्हा तथा डॉ तनुश्री भट्टाचार्य (बीआईटी, मेसरा, रांची) ने संबोधित किया।
तकनीकी सत्र में दुनिया भर में प्रचलित बेस्ट प्रैक्टिसेज और सोल्यूशंस को राज्य में भी अपनाने पर जोर दिया। इस सत्र में प्रमुख निष्कर्ष के रूप में जो तथ्य सामने आये, उनमें पॉल्यूशन हॉटस्पॉट की पहचान और उसी अनुरूप स्थानीय समाधान, एयर मॉनिटरिंग स्टेशंस की संख्या बढ़ाना, उच्च प्रदूषण के दिनों के बारे में लोगों को सचेत करने की सुदृढ़ प्रणाली तैयार करना, हेल्थ इम्पैक्ट स्टडी करना और समुचित ऐप के जरिये नागरिकों की शिकायतों को दूर करना आदि प्रमुख थे। इस कार्यक्रम में राज्य के प्रतिष्ठित सिविल सोसाइटी समाज संगठनों, शैक्षणिक संस्थान, मेडिकल प्रैक्टिसनर, रिसर्च थिंक टैंक और नागरिक समूहों ने भी भागीदारी की।