पूर्व भाजपा नेता संदीप वर्मा ने खरीदा नामांकन पर्चा, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
नामांकन रैली में हजारों समर्थक होंगे शामिल, करेंगे बदलाव का शंखनाद
संदीप वर्मा बोले, एक ही परिवार की मोनोपॉली ने रांची को बरबाद किया. उन्होंने कहा, वर्षों से सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता संगठन को सींचने का काम कर रहे हैं, नए चेहरे को टिकट नहीं मिलने से सभी आहत हैं।
रांची: पूर्व भाजपा नेता संदीप वर्मा ने रांची विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने का घोषणा किया है। इसके लिए उन्होंने नामांकन पर्चा भी खरीद लिया है। 24 अक्टूबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा पिछले तीस सालों से लगातार एक ही शख्स को टिकट दे रही है। इस मोनोपॉली की वजह से रांची विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया। यह विधानसभा क्षेत्र हमारे राज्य की राजधानी का हृदय है परंतु यहाँ की व्यवस्था बिल्कुल लचर हो चुकी है। वहीं वर्षों से सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता संगठन को सींचने का काम कर रहे हैं, नए चेहरे को टिकट नहीं मिलने से सभी आहत हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, इस चुनावी वर्ष में लगा था कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए चेहरे लाने वाले संकल्प को पूरा करते हुए किसी अन्य चेहरे को रांची विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाएगी, ऐसा नहीं हो पाना दुर्भाग्य की बात है। कहा कि, टिकट घोषणा के बाद ही प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पुनर्विचार करने का आग्रह किया था लेकिन नहीं किया गया। इसलिए अब रांची विधानसभा में परिवर्तन के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ूँगा।
उन्होंने अपने एजेंडे में रांची के विकास कार्यों में तेजी लाना, सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना, सरकारी दफ्तरों की लेट-लतीफी को खत्म करना, जनता के बीच हमेशा सुलभ होना एवं रांची के सम्पूर्ण विकास अंतर्गत आने वाले सभी छोटे-बड़े चीजों को वरीयता देना बताया है।
बताते चलें कि संदीप वर्मा की पहचान एक बड़े समाज सेवी के रूप में है। उनके समर्थकों की फौज में युवाओं का बड़ा वर्ग शामिल है। उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की खबर सामने आने के बाद उनके जीत के चर्चे होने शुरू हो गए हैं। युवाओं एवं महलाओं में मजबूत पकड़ उन्हें जिताने में अहम भूमिका निभा सकती है।