ED का खुलासा, मंत्री आलमगीर व संजीव लाल का 56 करोड़ के घोटाले में हाथ
अधिकारियों का तय था हिस्सा

राज्य सरकार के तत्कालीन मंत्री आलमगीर आलम ने 56 करोड़ का घोटाला किया था.ED की जाँच रिपोर्ट में आलमगीर आलम और संजीव कुमार लाल के साथ कई अधिकारियों को भी इस घोटाले में संलिप्त पाया गया है। जिसके बाद ईडी आलमगीर और संजीव कुमार लाल पर FIR करने की अनुशंसा की है।
रांची: राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग में कमीशनखोरी के जरिए तत्कालीन मंत्री आलमगीर आलम ने 56 करोड़ का घोटाला किया गया था.यह खुलासा ईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट में किया है.ग्रामीण विकास विभाग, आरडब्ल्यूडी, जेएसआरआरडीए, आरडीएसडी में तैनात चीफ इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और सहायक इंजीनियरों के जरिए इस राशि की वसूली की गई. ईडी के दस्तावेज के मुताबिक, प्रत्येक टेंडर में 3-4 प्रतिशत कमीशन सहायक और कार्यपालक अभियंता के जरिए लिया जाता था. 1.35 प्रतिशत आलमगीर आलम को जाता था. 1.65 प्रतिशत शीर्ष नौकरशाहों और इंजीनियरों को मिलता था. इसमें नौकरशाहों की हिस्सेदारी 75 प्रतिशत, चीफ इंजीनियरों में प्रत्येक को 5 प्रतिशत व एई, जेई समेत अन्य को 4 प्रतिशत कमीशन मिलता था.
ईडी की पूछताछ में स्वीकारी कमीशनखोरी की बात

बिल्डर मुन्ना सिंह ने स्वीकार किया 53 करोड़ जमा करने की बात
बिल्डर मुन्ना सिंह ने स्वीकार किया कि कमीशनखोरी के 53 करोड़ उसने एकत्र किए थे, जिनमें से 50 करोड़ की राशि तत्कालीन मंत्री के आप्त सचिव संजीव लाल को हैंडओवर की गई थी. इसी में से 32.20 करोड़ रुपए जहांगीर के फ्लैट से, जबकि 2.93 करोड़ मुन्ना के फ्लैट से मिले थे. इन पैसों की उगाही जुलाई से 9 दिसंबर 2023 के बीच हुई थी.