पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने दिया श्रद्धांजलि

रांची: पुलिस स्मृति दिवस पर झारखंड के डीपीजी एमवी राव (DPG MV Rao of Jharkhand) ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जिन पुलिसकर्मियों (Policemen) ने अपने सेवा के दौरान बलिदान दिया है, बलिदान को कभी बेकार नहीं जाने दिया जाएगा. आज उनसे प्रेरणा लेने का दिन है. उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को एकता दिवस (Unity day) के रूप में मनाया जाएगा.

पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर शहीद पुलिस पदाधिकारियों (Martyred police officers) और जवानों को याद करते हुए डीजीपी एमवी राव ने कहा कि हम उन शहीद पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों को याद कर रहे हैं जिन्होंने समाज में शांति एवं विधि-व्यवस्था (Peace and law and order)बनाए रखने के लिए उग्रवादियों और अपराधियों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान दिया है. समाज में शांति-सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस के ऊपर सबसे बड़ा दायित्व है.
Laid the wreath at #Martyrs Memorial in JAP 1 premises to pay #tributes to our brethren who sacrificed their lives in service of people. A word of gratitude from you will go a long way to boost the morale and inspire us to go that extra mile 🙏. #PoliceCommemorationDay pic.twitter.com/CEFXjt5x84
— Mandava V Rao (@MVRaoIPS) October 21, 2020
21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में तीसरी बटालियन की एक कंपनी को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में ‘हाट-स्प्रिंग‘ में तैनात किया गया था. कंपनी को टुकडिय़ों में बांटकर चौकसी करने को कहा गया. जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल ‘हाट-स्प्रिंग’ में गश्त कर रहा था. तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया। तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों (Chinese invaders) का डटकर मुकाबला किया.
मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया. बीते 61 साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के इन बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों (Central police organizations) व सभी राज्यों की सिविल पुलिस द्वारा ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.