बिहार में 264 करोड़ के पुल ध्वस्त होने की खबरों पर सरकार का बयान, ‘मुख्य पुल नहीं छोटा पुल ध्वस्त हुआ है’

पटना : बिहार में 264 करोड़ की लागत से गोपालगंज जिले में बना सत्तरघाट पुल का एक हिस्सा ध्वस्त होकर गिर जाने की खबर बिहार के सूचना जनसंपर्क विभाग ने अपना पक्ष रखा है. बिहार आइपीआरडी ने ट्विटर पर कहा है कि सत्तार घाट मुख्य पुल से करीब दो किमी पहले 18 मीटर लंबाई का छोटा पुल का पहुंच पथ कट गया है. यह छोटा पुल गंडक नदी के बांध के अंदर अवस्थित है. गोपालगंज की ओर गंडक नदी पर दबाव अधिक है.
मीडिया में सत्तर घाट पुल के क्षतिग्रस्त होने की झूठी खबर चल रही है। इस मामले में सही तथ्य निम्नवत है।@RCD_Bihar@amritlalmeena89 pic.twitter.com/XAvy5sVfOp— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) July 16, 2020
बिहार: गोपालगंज में कल पानी के तेज बहाव के चलते एक महीने पहले जिस पुल का उद्घाटन हुआ था उसका एक हिस्सा बह गया। एक स्थानीय ने बताया-“इससे मुजफ्फरपुर, मोतिहारी जाने का लिंक टूट गया है।” #Bihar pic.twitter.com/shMTwvIKVj
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इस मामले पर राज्य के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि सत्तरघाट पुल में तीन छोटे ब्रिज हैं, सत्तरघाट ब्रिज से दो किलोमीटर दूर छोटे ब्रिज का अप्रोच केवल पानी के तेज बहाव से कहा है. पूरे सत्तरघाट पुल को कोई नुकसान नहीं हुआ. पानी जब बढता है तो ऐसी स्थितियां पैदा होती हैं, जैसे ही पानी का बहाव कम होगा उसे ठीक किया जाएगा.
सत्तरघाट पुल में 3छोटे ब्रिज हैं,सत्तरघाट ब्रिज से 2km दूर छोटे ब्रिज का अप्रोच केवल पानी के तेज़ बहाव से कटा है।पूरे सत्तरघाट पुल को कोई नुकसान नहीं हुआ।पानी जब बढ़ता है तो ऐसी स्थितियां पैदा होती हैं जैसे ही पानी का बहाव कम होगा उसे ठीक किया जाएगा:बिहार के मंत्री नंद किशोर यादव pic.twitter.com/xSZLXLCLBE
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वहीं, इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आठ साल में बनकर सत्तरघाट पुल तैयार हुआ और 29 दिन बाद ध्वस्त हो गया. इस पर 264 करोड़ रुपचे खर्च आया था. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री ने अपनी वाह-वाही के लिए समय से पहले पुल का उदघाटना किया. हमारी मांग है कि बिहार सरकार पुल बनाने वाली वशिष्टा कंपनी को तुरंत ब्लैकलिस्ट करे.
8साल में बनकर तैयार हुआ सत्तर घाट पुल उद्घाटन के 29दिन बाद ध्वस्त हो गया, इस पर 264करोड़ का खर्च आया था। क्या मुख्यमंत्री ने अपनी वाह-वाही के लिए समय से पहले पुल का उद्घाटन किया। हमारी मांग है कि बिहार सरकार पुल बनाने वाली वशिष्टा कंपनी को तुरंत ब्लैकलिस्ट करे: तेजस्वी यादव, RJD https://t.co/69CTURmMEk pic.twitter.com/oN0HB2ItUX
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