तमिलनाडु में युवा पत्रकार की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों ने बेरहमी से की हत्या

चेन्नई : तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के सोमनागलम थाना क्षेत्र के कुंदराथुर में एक 26 वर्षीय टीवी पत्रकार इजराइल मोसेस की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश करने वालों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इजराइल मोसेस तमिल न्यूज चैनल जमीजान टीवी के लिए श्रीपेंरबदुर से रिपोर्टिंग करते थे और उनके पिता जे ज्ञानराज जेसुदासन भी एक तमिल प्रकाशन के पत्रकार हैं।

इजराइल के पिता जेसुदासन के अनुसार, चाकू से लैस हमलावारों के आने के बाद मनोज भाग गया और उन दोनों ने उनके बेटे पर हमला कर दिया। अपराधियों ने चाकू से युवा पत्रकार का हाथ व पैर चाकू से काट दिया। इसके बाद वे दौड़ते हुए अपनी घर की ओर भागे, जहां चीख सुनने के बाद पिता जेसुदासन घर से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि बेटे की चीख सुन कर जब वे बाहर निकले तो देखा कि चाकू से उसके सिर पर वार किया गया है। इसके बाद ऐंबुलेंस बुलायी गई और रात 12.30 बजे उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जेसुदासन इस हत्या के पीछे जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा कर उस पर अपार्टमेंट निर्माण की कोशिश कर रहे गिरोह का हाथ बताते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ आपराधिक गिरोह ने उनके घर के पीछे की जमीन हड़प ली और वहां एक अपार्टमेंट बनाने की योजना थी। इसके बाद उस भूमि के मालिकों ने उसको चिह्नित करने के लिए लगाई गई ईंटों को हटा दिया। जब बदमाशों ने इसके पीछे किसका हाथ है, यह स्थानीय लोगों से पूछा तो उन्होंने मोसेस का नाम लिया। यह घटना छह महीने पहले की है और इसके बाद ही मोसेस उनके निशाने पर आ गए।
नवमणि नाम के एक व्यक्ति ने इसके पीछे मोसेस का हाथ होने की बात प्रमुखता से कहा, जिसके बाद जेसुदासन ने बेटे को पुलिस से शिकायत करने के लिए कहा, लेकिन युवा पत्रकार इजराइल ने अपने पिता से कहा कि उसकी एक पुलिस वाले से बात हुई है और उसने सुरक्षा का आश्वासन दिया है। वे बताते हैं कि नवमणि को कुछ आरोपों में गिरफ्तार किया गया था हौर बाद में रिहा कर दिया गया।
मोसेस की हत्या के मामले में सोमनागलम पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच चल रही है। इस मामले में डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी बयान जारी कर घटना की निंदा की है और कार्रवाई की मांग की है। मोसेस के पिता व परिवार की भी मांग है कि अब वे जीवित नहीं हैं लेकिन उन्हें न्याय मिले और अपराधियों को सजा दी जाए। तमिलनाडु के कई पत्रकार संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है और अपराधियों पर कार्रवाई की मांग की है।