कश्मीर में इंटरनेट पर गंदी फिल्म देखने के अलावा कुछ नहीं करते : नीति आयोग सदस्य/JNU चांसलर


वीके सारस्वत यह बता रहे थे कि कश्मीर में इंटरनेट क्यों बंद किया गया है. उनका कहना था कि कश्मीर में धारा 370 को खत्म किए जाने के बाद की स्थिति से जुड़े हुआ फैसला इसे करार दे रहे थे. उनका कहना था कि यह कश्मीर में किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इंटरनेट सुविधा रहने से कश्मीर में सूचनाओं का दुरुपयोग हो सकता था. उन्होंने कहा कि कश्मीर में इंटरनेट बंद रहने से क्या फर्क पड़ता है.
#WATCH: NITI Aayog’s VK Saraswat says “…They (politicians) use social media to fuel protests. What difference does it make if there’s no internet in Kashmir? What do you watch on internet there? What e-tailing is happening? Besides watching dirty films, you do nothing. (18.01) pic.twitter.com/slz9o88oF2
— ANI (@ANI) January 19, 2020
उन्होंने कहा: ये जितने पाॅलिटिशन वहां जाना चाहते हैं, वो किसलिए जाना चाहते हैं. वो जैसा आंदोलन दिल्ली की सड़कों पर हो रहा है, वो कश्मीर में सड़कों पर लाना चाहते हैं. और जो सोशल मीडिया है, वो उसका आग की तरह इस्तेमाल करते हैं. तो आपको वहां इंटरनेट न हो तो क्या फर्क पड़ता है. और वैसे भी आप इंटरनेट में वहां क्या देखते हैं. क्या इ-टेलिंग हो रही है वहां पे. वहां गंदी फिल्में देखने के अलावा कुछ नहीं करते आपलोग.
वीके सारस्वत ने 18 जनवरी को गुजरात के गांधीनगर में धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट आॅफ इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलाॅजी के वार्षिक दीक्षांत समारोह के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. वीके सारस्वत जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं.