नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ आइयूएमएल ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर किया


Indian Union Muslim League (IUML) have filed a writ petition against #CitizenshipAmendmentBill2019 in Supreme Court today.
— ANI (@ANI) December 12, 2019
नयी दिल्ली : इंडियन यूनियन मुसलिम लीग – आइयूएमएल आज नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करेगा. मालूम हो कि कल ही राज्यसभा में यह विधेयक पारित हुआ है और उसके पहले सोमवार को यह लोकसभा में पारित हुआ था. इस बिल के संसद के दोनों सदनों में पास हो जाने के बाद अधिसूचना जारी कर इसे कानून की शक्ल दिया जाएगा.
बिल का विरोध क्यों?
नागरिकता संशोधन बिल में यह प्रावधान है कि भारत के तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान के धार्मिक ऐसे अल्पसंख्यक जो शरणार्थी बने हुए हैं, उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी. सरकार ने इस विधेयक के पीछे तर्क दिया कि ये अपने मुल्क में धार्मिक भेदभाव एवं उत्पीड़न के शिकार रहे हैं, इसलिए ऐसा किया जाना आवश्यक है. चूंकि ये मुसलिम देश हैं और वहां यह समुदाय बहुसंख्यक है इसलिए उनके साथ ऐसी स्थिति नहीं है और इसी वजह से उन्हें इस प्रावधान से अलग रखा गया है.
बिल का विरोध करने वाले इसे संविधान एवं उसकी प्रस्तावना के विरुद्ध बता रहे हैं. उनका तर्क है कि उसमें धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करने की बात कही गयी है. वहीं, सरकार का तर्क है कि कोई भी विधेयक कानून एवं विधायी विभाग की स्वीकृति के बाद ही संसद में लाया या पेश किया जाता है, इसलिए उनका आरोप गलत है.