हाथरस गैंगरेप केस पर देश में हाहाकार, पीड़िता की मौत, मां ने दिया बयान

हाथरस (Hathras) : उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र में 14 सितंबर को दंबगों के गैंगरेप की शिकार हुई एक दलित युवती की 29 सितंबर को सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। लड़की के साथ कुकृत्य करने के बाद उसकी जीभ काट दी गयी और रीढ की हड्डी दबंगों ने तोड़ दी।
लड़की को घटना के बाद अलीगढ के मेडिकल काॅलेज में इलाज के भर्ती कराया गया था, लेकिन 28 सितंबर को हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।
इस मामले में चार लोगों पर आरोप लगा है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, लड़की की मां का बयान आया है और उन्होंने कहा है कि घास लेने जब हमलोग गए थे तो वहीं मारपीट हो गयी और आकर मारपीट करने लगे। उन्होंने कहा कि इससे उसके गले से आवाज नहीं निकल रही थी। लड़की की मां के अनुसार, 15-16 साल से उनकी रंजिश चल रही है। हालांकि लड़की मां ने कहा है संदीप नाम के लड़के ने लड़की से मारपीट की और उसके पिता का नाम गुड्डू है।
हालांकि सोशल मीडिया पर आज दिनभर यह मामला टाॅप ट्रेंड में रहा है। पत्रकार, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता व आमलोग सभी ने इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट से सुनवाई करवा कर दोषियों को छह महीने में फांसी देने की मांग की है।
हाथरस गैंगरेप कांड पर स्मृति ईरानी व महिला आयोग की चुप्पी पर सवाल
हाथरस गैंगरेप मामले में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी व राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा चुप हैं। ट्राइबल आर्मी के संस्थापक हंसराज मीणा ने स्मृति ईरानी से मांग की है कि वे इस मामले में बयान दें, वहीं उन्होंने रेखा शर्मा से इ्रस्तीफा मांगा है।
रंेखा शर्मा ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को लेकर 36 ट्वीट किए थे लेकिन आज उन्होंने हाथरस गैंगरेप पर अबतक एक भी ट्वीट नहीं किया है। सिर्फ महिला आयोग के एक ट्वीट को रिट्वीट किया है, जिसमें बताया गया है कि आयोग की एक सदस्य से पीड़ित लड़की के भाई से बात कर परिवार को हर तरह की सहायता करने का भरोसा दिलाया है।