नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा में भी पास, पाकिस्तान से आए शरणार्थियों में खुशी की लहर

नागरिकता संशोधन विधेयक को बुधवार रात्रि राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गयी. इस तरह अब अधिसूचना जारी कर इस विधेयक को कानून की शक्ल दिया जाएगा, जिससे तीन देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को भारत में शरण एवं नागरिकता दिए जाएगा. राज्यसभा में यह विधेयक 105 के मुकाबले 125 वोटों से पारित हुआ, यानी इसके पक्ष में 125 एवं विपक्ष में 105 वोट डाले गए.
#CitizenshipAmendmentBill2019 passed in Rajya Sabha;
125 votes in favour of the Bill, 105 votes against the Bill pic.twitter.com/P10IqkSlCs— ANI (@ANI) December 11, 2019
PM on #CitizenshipAmendmentBill2019: A landmark day for India & our nation’s ethos of compassion & brotherhood! Glad that CAB 2019 has been passed in Rajya Sabha. Gratitude to all MPs who voted in favour of Bill. It’ll alleviate suffering of many who faced persecution for years. pic.twitter.com/AfWeAp6h0Z
— ANI (@ANI) December 11, 2019
Rajasthan: Pakistani Hindu refugees in Jaisalmer celebrate after Parliament passes #CitizenshipAmendmentBill2019 pic.twitter.com/DxWcB5SuiK
— ANI (@ANI) December 11, 2019
#WATCH Delhi: Hindu refugees from Pakistan living in Majnu-ka-Tila area celebrated the passage of #CitizenshipAmendmentBill2019 in Rajya Sabha. pic.twitter.com/1AhTxOcXHG
— ANI (@ANI) December 11, 2019
गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के उपरांत इस पर उठाये गये सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लियाकत-नेहरू समझौते के बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के संविधान में यह स्वीकारा गया कि इन तीनों देशों का धर्म इस्लाम होगा. ये तीनों देश हमारी भौगोलिक सीमाओं से सटे हैं और इस्लामिक देश हैं. उन्होंने कहा कि ये इस्लामिक देश हैं इसलिए इस्लाम मानने वालों पर धार्मिक प्रताड़ना की संभावना नणग्य हो जाती है. हम इन तीनों देशों में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार लोगों को नागरिकता देने के लिए ये बिल लाये हैं. उन्होंने कहा कि चाहे हम सत्ता में हैं या नहीं शुरू से कहते हैं कि नागरिकता संशोधन बिल लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम इन तीनों देशों के धार्मिक प्रताड़ना के शिकार लोगों को ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल कहते हैं कि हमसे मुसलमान नहीं डरता है, मैं तो नहीं चाहता कि वे डरें. उन्होंने कहा कि मैं कभी नहीं कहता कि डरो या डरना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस को अजीब पार्टी बताया, जो जब सत्ता में होती है तो उसकी अलग-अलग भूमिका में अलग-अलग सिद्धांत होते हैं.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार सदन में कोई विधेयक तभी लाती है जब कानून एवं विधायी विभाग द्वारा उसे मंजूरी दी जाती है.
Union Minister of Law & Justice, Ravi Shankar Prasad in Rajya Sabha: All bills of our govt are brought in the House only after they are vetted by the Law & Legislative Department. #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/FBgjJWF8ZI
— ANI (@ANI) December 11, 2019
राजनीतिक दलों ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक में 43 संशोधन सुझाए हैं.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि यह बिल बाला साहेब आंबेडकर द्वारा बनाये गए संविधान के खिलाफ है. यह संविधान की संकल्पना के विरुद्ध है. उन्होंने कहा कि कि महात्मा गांधी एवं भगत सिंह के सपनों के भारत के खिलाफ है.
Sanjay Singh, AAP in Rajya Sabha, on #CitizenshipAmendmentBill2019: I am opposing this Bill as it is against the Constitution made by Baba Saheb Ambedkar. It is against the Preamble of the Constitution. It is against the India of the dreams of Mahatma Gandhi and Bhagat Singh. pic.twitter.com/2m7SqdmvPm
— ANI (@ANI) December 11, 2019
बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा ने विधेयक का विरोध किया. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इसका विरोध करती है. उन्होंने सवाल किया कि आप मुसलिमों को इस बिल में छोड़ कर आर्टिकल 14 का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं. मुसलिमों को बाहर रखा जाना इस पूरी कवायद की एकमात्र समस्या है.
Satish Chandra Mishra, BSP: Our party opposes the #CitizenshipAmendmentBill2019. Why are you violating Article 14 by excluding Muslims? Muslims being excluded is the sole problem of this entire act. pic.twitter.com/hWg0doyJVZ
— ANI (@ANI) December 11, 2019
शिवसेना के संजय राउत ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि मजबूत पीएम और गृहमंत्री से हमारी आशा है कि क्या इस बिल के पास होने के बाद आप घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे. अगर शरणार्थियों को स्वीकार करते हैं तो उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. क्या उनको वोटिंग राइट मिलेगा. संजय राउत ने कहा कि कल से मैं सुन रहा हूं कि जो इस इस बिल का समर्थन नहीं कर रहे हैं वे राष्ट्रविरोधी हैं और जो जिन्होंने इसका सपोर्ट किया है वे राष्ट्रवादी हैं.
राउत ने कहा कि हमें देशभक्ति और हिंदुत्व के किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. जिस स्कूल में आप पढे हैं हम उस स्कूल के मास्टर हैं. हमारे स्कूल के हेदमास्टर बाला साहेब ठाकरे थे, अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे, हम सबको मानते हैं.
Sanjay Raut, Shiv Sena: I have been hearing since yesterday that those who do not support this Bill are anti-national and those who support it are nationalist https://t.co/TfDonxFexN
— ANI (@ANI) December 11, 2019
तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओब्रायन ने नागरिकता संशोधन विधेयक को संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी की ओर से बिल के खिलाफ हैं. उन्होंने बिल को बंगाली लोगों के साथ भेदभाव वाला बताया. डेरेक ने सरकार पर आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के लिए यह बिल लाया गया है. डेरेक ने कहा कि कल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि यह बिल स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा, कहां पाकिस्तान के राष्ट्रपति की कब्र पर.
Derek O Brien,TMC in Rajya Sabha: I read that PM said this will be written in golden letters.I will tell you where it will be written,it will be written on grave of the father of the nation, but which father of the nation? In Karachi, on Jinnah’s grave. #CitizenshipAmendmentBill pic.twitter.com/tIKL8pIuP4
— ANI (@ANI) December 11, 2019
भाजपा सदस्य जेपी नड्डा ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन हुआ लेकिन पैक्ट सिर्फ कागजों में रह गया, सच्चाई में नहीं रह पाया. उन्होंने कहा कि देश के अंदर जो लोग लंबे समय से अन्याय के वातावरण में जी रहे हैं, उनको सम्मान के साथ जीने का एक रास्ता देने का प्रयास नागरिकता संशोधन बिल के द्वारा किया गया है. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर आज जो हम बात कर रहे हैं उसका आधार सिर्फ एक है और वो है पाकिस्तान और बांग्लादेश में वो अल्पसंख्यक जो धार्मिक उत्पीड़न के शिकार हुए हैं, उनको नागरिकता का अधिकार देना.
JP Nadda,BJP: In 2003,Dr.Manmohan Singh in Rajya Sabha said to then Deputy PM Advani ji on treatment of refugees&persecution of minorities in countries like Bangladesh,he said we should have more liberal approach in granting citizenship to them. So,we are following what he said. pic.twitter.com/P4Sbm3Dt3I
— ANI (@ANI) December 11, 2019
नयी दिल्ली : गृहमंत्री अमित शाह ने आज नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा में पेश करते हुए कहा कि इस अहम बिल पर देश में दुष्प्रचार किया जा रहा है कि यह बिल मुसलिमों के खिलाफ है. उन्होंने सवाल किया कि ऐसा कहने वालों से मेरा सवाल है कि आखिर यह बिल भारत के मुसलिमों से कैसे संबंधित है. उन्होंने आश्वस्त किया कि यह भारतीय मुसलिम भारत के नागरिक हैं और हमेशा रहेंगे, उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा.
#WATCH Home Minister Amit Shah speaking on #CitizenshipAmendmentBill in Rajya Sabha. https://t.co/mwW3dFrOor
— ANI (@ANI) December 11, 2019
अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान एवं बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की संख्या में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट आयी है. उन्होंने कहा कि या तो उनकी हत्या की गयी या फिर वे आश्रय के लिए पलायन कर गए. अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को उनकी चुनौती है कि जब उनका समय आए तो हर सवाल पूछे और वे उनका जवाब देंगे.
Home Minister Amit Shah in Rajya Sabha: No Muslim in India needs to worry due to this Bill. Don’t get scared if someone tries to scare you. This is Narendra Modi’s Govt working according to constitution ,minorities will get full protection. #CitizenshipAmendmentBill https://t.co/6PYvZBEmwx pic.twitter.com/iNNwddZDaE
— ANI (@ANI) December 11, 2019
मालूम हो कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को भारत में आश्रय देने एवं यहां की नागरिकता देने वाला नागरिकता संशोधन विधेयक सोमवार को लोकसभा में पारित हुआ था. आज उसे राज्यसभा में पारित कराने के लिए चर्चा हेतु पेश किया जाएगा. चर्चा के उपरांत वोटिंग होगी.
अमित शाह ने कहा कि मुसलिमों को डरने की जरूरत नहीं है. अगर उन्हें कोई डराने की कोशिश करे तो वे न डरें. यह नरेंद्र मोदी की सरकार है जो संविधान के अनुसार काम करती है. अल्पसंख्यकों को पूरा संरक्षण है.