MPOX Alert: झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की तैयारी, रिम्स में 10 और सदर अस्पतालों में 5 बेड रिजर्व
स्वास्थ विभाग ने संदिग्घ की पहचान होते ही सैंपलिंग करने के दिए निर्देश
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि विदेश यात्रा से लौटने के बाद अगर 21 दिनों के भीतर किसी प्रकार का लक्षण महसूस होती है तो इस परिस्थिति में बिना देर किए जांच कराने के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को सूचित करें।
डेस्क: मंकी पॉक्स को लेकर देश भर में हुए 15 दिनों से अलर्ट जारी है। झारखंड में भी स्वास्थ्य विभाग ने बीते दिनों अलर्ट जारी कर सभी जिलों को संदिग्ध की पहचान होते ही सैंपलिंग करने का निर्देश दिया है। सोमवार को रिम्स चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरेन बिरूआ ने भी चिकित्सकों के साथ बैठक कर सैंपल जांच के लिए एमजीएम जमशेदपुर भेजने का निर्देश दिया है। अब एनएचएम के अभियान निदेशक अबु इमरान ने सभी जिला अस्पतालों में मंकी पॉक्स के लिए 5 बेड सुरक्षित रखने का आदेश दिया है। वहीं, रिम्स में शुरुआत में 10 बेड रिजर्व रखने और जरूरत पड़ने पर बेड बढ़ाने की बात कही गई है। साथ ही उन्होंने सभी जिलों के अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों में संदिग्धों की गहन निगरानी व परीक्षण सुनिश्चित कराने की हिदायत दी है।
मंकी पॉक्स को लेकर निर्देश दिया गया है कि स्किन, मेडिसिन व पीडियाट्रिक ओपीडी में मरीजों की गहन निगरानी करते हुए परीक्षण किया जाए, ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके। संदिग्धों की पहचान होने पर नमूना (स्वाब) संकलित कर सुरक्षित तरीके से उसे एनआईबी, पुणे या एमजीएम जमशेदपुर भेजने का निर्देश दिया गया है। मंकी पॉक्स के संदिग्ध मरीज के मिलने पर इसकी सूचना जिला सर्विलेंस इकाई के जिला निगरानी पदाधिकारी को भी देने को कहा गया है, ताकि नमूनों की जांच के लिए आगे की कार्रवाई की जा सके। क्या है मंकी पॉक्स मंकी पॉक्स एक जूनोसिस है, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके लक्षण चेचक जैसे दिखते हैं। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशी में दर्द, पीठ दर्द, थकान महसूस होना, लिंफ नोड में सूजन और शरीर पर चकत्ते, जो तीन सप्ताह तक रह सकते हैं। संक्रमित व्यक्ति के कपड़े से भी फैल सकता है।
विदेश यात्रा से लौटने वालों की 21 दिन तक होगी निगरानी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि विदेश यात्रा से लौटने वालों की गहन निगरानी की जरूरत है। कहा गया है कि विदेश यात्रा से लौटने के बाद अगर 21 दिनों के भीतर बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और कमजोरी महसूस होती है तो इस परिस्थिति में बिना देर किए जांच कराने के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को सूचित करें।