खेलो इंडिया अभियान : खेल मंत्री अनुराग ठाकुर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के खेल मंत्रियों के साथ बनाएंगे भविष्य की योजना

समृद्ध डेस्क: टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में मिली सफलताओं के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर खेल के भविष्य की योजना बनाने में जुट गए हैं. इसी के तहत आज खेल मंत्री अनुराग ठाकुर राज्य के खेल मंत्रियों से जानना चाहते हैं कि उनकी तरफ से देश के खेलों और उनकी व्यवस्थायों को बेहतर बनाने के लिए, खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने लिए या फिर खेलों का स्तर बढ़ाने के लिए और क्या कुछ किया सकता है.

खेलो इंडिया गेम्स 2018 ने पहली बार आयोजित किया गया था. इसके तहत भारत में जमीनी स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. ऐसा माना जाता है कि खेलो इंडिया अभियान भारत में खेल को सही दिशा और दशा देने में सफल रहा और इस अभियान को एक प्रमुख गेम चेंजर के तौर पर देखा जा रहा है. इस अभियान में यूथ, यूनिवर्सिटी और विंटर गेम्स भी शामिल रहे हैं. बता दें कि इस कार्यक्रम के तहत राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों मैं खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टा केंद्रों और खेलो इंडिया केंद्रों के रूप में कई खेलों के बुनियादी ढांचे को भी अपग्रेड किया गया है.
वर्तमान की बात करें तो 23 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में 24 केआईएससीई हैं जबकि देश के अलग-अलग जिलों में 360 के आईसी खोले गए हैं.
गांव, शहर स्तर पर आयोजित किए जाएंगे कम्पटीशन
इस बातचीत में माना जा रहा है मुख्य तौर पर खेल मंत्रियों से गांव और शहर पर पर खेलों की कम्पटीशन कराने और जमीनी स्तर पर छुपी हुई प्रतिभाओं को खोजने और उन को तराशने का काम करने को लेकर बातचीत हुई है. यह भी हो सकता है खिलाड़ियों को प्रेरित करने के कम्पटीशन जीतने पर कैश अवार्ड के तौर पर दिया जाए. इसके साथ ही खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर भी ज्यादा से ज्यादा ध्यान देने और हर सुविधा मुहैया कराने को लेकर के कुछ जरूरी फैसले लिए जा सकते हैं.
इसके अलावा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के एजेंडे में खेलो इंडिया और फिट इंडिया अभियान भी है. इस अभियान के तहत स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया की मदद से स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने को लेकर की भी प्लानिंग की जा सकती है.