आरबीआइ ने रिवर्स रेपो रेट 25 बेसिस प्वाइंट कम किया, गवर्नर बोले सिस्टम में नकदी का संकट नहीं

मुंबई : रिजर्व बैंक ने आज कोरोना वायरस लाॅकडाउन के मद्देनजर कई अहम फैसले लिए. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि सिस्टम में नकदी बढाने के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं. इसके तहत 0.25 प्रतिशत ब्याजदर कम दिया गया है और रिवर्स रेपो रेट घटकर अब 3.75 प्रतिशत हो गया है. रिवर्स रेपो रेट वह जो बैंक अपने कामकाज के बाद रकम आरबीआइ में जमा करते हैं, उन पर मिलने वाला ब्याज रिवर्स रेपो के जरिए तय किया जाता है.

दास ने कहा कि छह फरवरी से 27 मार्च के बीच आरबीआइ ने जीडीपी का 3.4 प्रतिशत निवेश किया है ताकि फानइेंशियल मार्केट की दिक्कतें दूर हो सके. उन्होंने कहा कि भारत उन मुट्ठी भर देशों में है जहां सकारात्मक ग्रोथ रेट दिखी है जो 1.9 प्रतिशत के आसपास है, आइएफएफ के अनुमान के अनुसार जी 20 अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि हम आरबीआइ के अपने 150 अधिकारियों, स्टाॅफ की टीम की तारीफ व शुक्रिया अदा करते हैं, जो क्वारंटाइन में अपने परिवार से दूर हैं और 24 घंटे काम पर हैं, ताकि जरूरी सेवाएं चलती रहें.