झारखंड के सरायकेला जिले में एक करोड़ का इनामी माओवादी प्रशांत बोस पत्नी सहित गिरफ्तार

झारखंड के सरायकेला जिले में एक करोड़ का इनामी माओवादी प्रशांत बोस पत्नी सहित गिरफ्तार

सरायकेला खरसावां : झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले से एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस पत्नी सहित गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सरायकेला के चौका के पास से प्रशांत बोस को उसकी पत्नी शीला मरांडी के साथ गिरफ्तार किया है। चौका जमशेदपुर शहर के बिल्कुल करीब है। हालांकि झारखंड पुलिस ने अभी आधिकारिक रूप से उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। कहा जा रहा है कि रांची ले जाकर उससे पूछताछ की जा रही है।

प्रशांत बोस को किशन दा एवं मनीष के नाम से भी नक्सलवाद की दुनिया में जाना जाता है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है कि गिरिडीह के पारसनाथ से लौटने के क्रम में कांड्रा-चौका मार्ग पर उसे गिरफ्तार किया गया। प्रशांत बोस झारखंड व बिहार में माओवादियों का सर्वोच्च नेता माना जाता है और वह संगठन के विस्तार के लिए बिहार-झारखंड सहित छत्तीसगढ, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र में सक्रिय था।

वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है और 90 साल की करीब उम्र है। तीन साल पहले उसे दिल का दौरा भी पड़ा था। अधिक उम्र के कारण वे चलने-फिरने में भी सहज नहीं हैं। सुरक्षा के मद्देनजर सारंडा जंगल में उसे माओवादियों ने रखा। माओवादी कैडर के बीच वह कई दूसरे नामों से भी जाना जाता है। उसका एक प्रचारित नाम बूढा भी है, जो बढे उम्र का बोध कराता है। वह माओवादी पोलित ब्यूरो का सदस्य है।

तेलंगाना टुडे ने प्रशांत बोस की गिरफ्तारी की खबर दी है और लिखा है कि वह एक समय में माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर ऑफ इंडिया, एमसीसीआइ का प्रमुख था। इस पद पर वह सीपीआइ-एमएल के विलय से पहले था, जिसके बाद 2004 में सीपीआइ माओवादी अस्तित्व में आया। किशन दा के नाम से मशहूर प्रशांत बोस संगठन के उन प्रमुख विचारकों में था जिसकी देखरेख में माओवादी ताकतों का विलय हुआ और फिर सीपीआइ माओवादी जैसे आक्रामक संगठन अस्तित्व में आया।

रिपोर्ट के अनुसार, किशान दा यानी प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी खुद एक ताकतवार माओवादी नेता है और वह एकमात्र महिला सदस्य है, जो सीपीआइ माओवादी की सेंट्रल कमेटी की सदस्य है।

काजल, निर्भय, महेश जैसे नामों से जाना जाने वाला प्रशांत बोस इस वक्त सीपीआइ माओवादी की सेंट्रल कमेटी का सदस्य है ओर इसके साथ ही वह पोलित ब्यूरो, सेंट्रल मलेट्री कमीशन का सचिव भी है। वह इस्टर्न रीजनल ब्यूरो का भी सचिव है। उसका पूर्वाेत्तर में भी व्यापक प्रभाव है।

किशन दा की पत्नी शीला मरांडी पूर्व में 2006 में ओडिशा से गिरफ्तार हुई थी और उसके बाद वह राउरकेला जेल से रिहा की गयी थी।

Edited By: Samridh Jharkhand

Latest News

Ranchi news: डॉ अंबेडकर की 134 वीं जयंती के मौके पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन Ranchi news: डॉ अंबेडकर की 134 वीं जयंती के मौके पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन
झारखंड कल्याण की चिंता छोड़ परिवार कल्याण पर सिमटा झामुमो महाधिवेशन: प्रतुल शाह देव
ड्रग्स के उत्पादन, वितरण और उपभोग पर रखें कड़ी नजरः मुख्य सचिव
Ranchi news: सीएमपीडीआई ने वंचित युवाओं के लिए शुरू किया कौशल विकास कार्यक्रम
कोलकाता उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर व्यक्त किया पूर्ण संतोष
मंत्री हफ़ीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बाहर करें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन: बाबूलाल मरांडी
बाबा साहब भीम राव आंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं राष्ट्र निर्माता थे: बाबूलाल मरांडी
Jamshedpur news: टाटा स्टील ने मनाया राष्ट्रीय अग्नि सेवा दिवस 
झारखंड में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत, चुनाव आयोग सदैव मतदाताओं के साथ: मुख्य चुनाव आयुक्त
Horoscope: आज का राशिफल
Giridih News: सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स गिरिडीह में हुई नए सत्र की शुरुआत
Hazaribag News: बड़कागांव के विभिन्न छठ घाटों में श्रद्धालुओं ने डुबते हुए सुर्य को दिया अर्घ