झारखंड के सरायकेला जिले में एक करोड़ का इनामी माओवादी प्रशांत बोस पत्नी सहित गिरफ्तार

सरायकेला खरसावां : झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले से एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस पत्नी सहित गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सरायकेला के चौका के पास से प्रशांत बोस को उसकी पत्नी शीला मरांडी के साथ गिरफ्तार किया है। चौका जमशेदपुर शहर के बिल्कुल करीब है। हालांकि झारखंड पुलिस ने अभी आधिकारिक रूप से उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। कहा जा रहा है कि रांची ले जाकर उससे पूछताछ की जा रही है।

वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है और 90 साल की करीब उम्र है। तीन साल पहले उसे दिल का दौरा भी पड़ा था। अधिक उम्र के कारण वे चलने-फिरने में भी सहज नहीं हैं। सुरक्षा के मद्देनजर सारंडा जंगल में उसे माओवादियों ने रखा। माओवादी कैडर के बीच वह कई दूसरे नामों से भी जाना जाता है। उसका एक प्रचारित नाम बूढा भी है, जो बढे उम्र का बोध कराता है। वह माओवादी पोलित ब्यूरो का सदस्य है।
तेलंगाना टुडे ने प्रशांत बोस की गिरफ्तारी की खबर दी है और लिखा है कि वह एक समय में माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर ऑफ इंडिया, एमसीसीआइ का प्रमुख था। इस पद पर वह सीपीआइ-एमएल के विलय से पहले था, जिसके बाद 2004 में सीपीआइ माओवादी अस्तित्व में आया। किशन दा के नाम से मशहूर प्रशांत बोस संगठन के उन प्रमुख विचारकों में था जिसकी देखरेख में माओवादी ताकतों का विलय हुआ और फिर सीपीआइ माओवादी जैसे आक्रामक संगठन अस्तित्व में आया।
रिपोर्ट के अनुसार, किशान दा यानी प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी खुद एक ताकतवार माओवादी नेता है और वह एकमात्र महिला सदस्य है, जो सीपीआइ माओवादी की सेंट्रल कमेटी की सदस्य है।
काजल, निर्भय, महेश जैसे नामों से जाना जाने वाला प्रशांत बोस इस वक्त सीपीआइ माओवादी की सेंट्रल कमेटी का सदस्य है ओर इसके साथ ही वह पोलित ब्यूरो, सेंट्रल मलेट्री कमीशन का सचिव भी है। वह इस्टर्न रीजनल ब्यूरो का भी सचिव है। उसका पूर्वाेत्तर में भी व्यापक प्रभाव है।
किशन दा की पत्नी शीला मरांडी पूर्व में 2006 में ओडिशा से गिरफ्तार हुई थी और उसके बाद वह राउरकेला जेल से रिहा की गयी थी।