राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने महात्मा ज्योतिबा फुले एवं पूर्व पीएम बीपी सिंह को दी श्रद्धांजलि, मनायी पुण्यतिथि
महात्मा ज्योतिबा फुले की आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग
महात्मा ज्योतिबा फुले ने लोकतंत्र में समानता और स्वतंत्रता का अधिकार, सबको शिक्षा, जाति मुक्त समाज, स्त्री-पुरुष के बीच समानता, जन्म के आधार पर छोटा-बड़ा का भेदभाव का विरोध करने का वकालत किया, जो आज भी प्रासंगिक है.
रांची: राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यालय में महात्मा ज्योतिबा फुले की 134वीं पुण्यतिथि तथा पूर्व प्रधानमंत्री बीपी सिंह की 16वीं पुण्यतिथि मनाई गई. महात्मा ज्योतिबा फुले ने लोकतंत्र में समानता और स्वतंत्रता का अधिकार, सबको शिक्षा, जाति मुक्त समाज, स्त्री-पुरुष के बीच समानता, जन्म के आधार पर छोटा-बड़ा का भेदभाव का विरोध करने का वकालत किया, जो आज भी प्रासंगिक है. उक्त बातें आज प्रदेश कार्यालय में महात्मा ज्योति बा फुले महाराज की 134 वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने कही.
राजेश गुप्ता ने मांग किया कि प्रदेश की राजधानी रांची में महात्मा ज्योतिबा फुले की आदमकद प्रतिमा और विद्यालय महाविद्यालय में उनकी तस्वीर लगाई जाए. राजेश गुप्ता ने कहा कि महात्मा ज्योति बा फुले महाराज ने महिला शिक्षा में बड़ा काम किया है. सबसे पहले अपनी पत्नी को पढ़ा कर 1848 ई में पहली बालिका शिक्षा विद्यालय खोलने का काम किया था. फुले महाराज लेखक भी थे उनके द्वारा लिखित गुलामगिरी, किसान का कोड़ा पुस्तक काफी चर्चित हुआ था.
इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री बीपी सिंह को भी उनकी 16वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. राजेश गुप्ता ने कहा कि वीपी सिंह के कार्यकाल में ही ओबीसी को मंडल कमीशन लागू कर आरक्षण दिया गया. इस अवसर पर मौके पर प्रदेश महासचिव रामावतार कश्यप,वरिष्ठ समाजसेवी विद्याधर प्रसाद, वरिष्ठ कार्यकर्ता रामलखन साहू, विकास कुमार सहित अन्य ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.