आपका हौसला ही है मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की असली पूंजी: कल्पना सोरेन
लोहरदगा,मांडर एवं रातू में मंगलवार को हुआ मंईयां सम्मान यात्रा कार्यक्रम
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नवरात्र के पवन अवसर पर लोहरदगा ज़िला से झारखंड की करीब 50 लाख बेटियों ,माताओं, बहनों और दीदियों के खाते में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना की भेजी गई तीसरी किस्त की राशि. क़रीब 497 करोड़ रुपये की राशि सीधे महिलाओं के खातों में की गई हस्तांतरित.
लोहरदगा: मंगलवार को लोहरदगा, मांडर एवं रातू में मंईयाँ सम्मान यात्रा कार्यक्रम हुआ. लोहरदगा में कार्यक्रम स्थल से ही झारखंड की लगभग 50 लाख बेटियों ,माताओं ,बहनों एवं दीदियों के खाते में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना की तीसरी किस्त की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई. मंत्री बेबी देवी ने बटन दबाकर लगभग 497 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खातों में ट्रांसफर कीं .

जेएमएमएसवाई के माध्यम से झारखंड की 50 लाख महिलाओं को जोड़ने का किया गया है काम: दीपिका पांडेय
कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कार्यक्रम में आयीं हजारों महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना के माध्यम से अब तक झारखंड की 50 लाख महिलाओं को जोड़ा गया है. नवरात्र के अवसर पर आज झारखंड की करीब 50 लाख माताओं ,बहनों ,बेटियों के खाते में तीसरी किस्त की राशि भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की बात की गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में कई कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, यदि काम गिनाना करना शुरू करें, तो लिस्ट काफ़ी लंबी हो जाएगी. सरकार अबुआ आवास योजना के ज़रिये लाभुकों को पक्का मकान उपलब्ध करा रही है .
नवरात्र के पावन अवसर पर आप महिलाओं को दी जा रही है तीसरी किस्त की राशि: कल्पना सोरेन
विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपका हौसला ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की असली पूंजी है. वह चाहते हैं कि झारखंड की आधी आबादी सशक्त बनें, मज़बूत रहें. मानसिक रूप से, शारीरिक रूप से भी और आर्थिक रूप से भी. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ़ राशि नहीं है, यह आधी आबादी का आत्मविश्वास है. झारखंड में पहली बार आपका बेटा, आपका दादा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आधी आबादी को वो सम्मान दिया है जिसकी वो हकदार थीं. उन्होंने कहा कि महिलाएँ परिवार को ,समाज को आगे बढ़ाने का काम करती हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना की राशि की तीसरी किस्त आपको नवरात्र के अवसर पर दी जा रही है .इससे पहले पहली किस्त रक्षाबंधन के अवसर पर और दूसरी किस्त करम पूजा के अवसर पर दी गई थी. उन्होंने कहा कि हम जहाँ जा रहे हैं, हमें उत्साह,तरंग और उमंग नजर आ रहा है.
कल्पना सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन निरंतर झारखंड को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि अपने हक़ अधिकारों की बात करने के लिए शिक्षित होना बहुत ज़रूरी है. इसीलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्कूल ऑफ़ एक्सिलेंस की शुरुआत की, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. साथ ही सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना दी, ताकि पैसे के अभाव में बच्चियों की पढ़ाई बीच में न रुके. बच्चे-बच्चियों को साइकिल देने का काम किया, ताकि वे दूर स्कूल भी जाकर पढ़ाई कर सकें. झारखंड में बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति योजना से राशि उपलब्ध करायी जा रही है. झारखंड की आपकी अपनी सरकार आपके लिए ही काम कर रही है .
झारखंड में पहली बार महिलाओं को सम्मान मिल रहा है इसके लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का आभार
इस अवसर पर वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से लाभुकों से बात की गई. कोडरमा जिला की लाभुक बसंती देवी ने बताया कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना से वह बहुत खुश है . झारखंड में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने हम महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है. इसके लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का बहुत बहुत आभार. उन्होंने कहा कि ये सम्मान पाकर वह बहुत ख़ुश हैं. विधायक कल्पना सोरेन ने उनसे पूछा की इस राशि को कहाँ खर्च करेंगी, तो उन्होंने कहा कि वो अपने बच्चों पर खर्च करेंगी. तब कल्पना सोरेन ने कहा कि माँ की ममता ही ऐसी होती है कि वह अपने आप को बच्चों से पहले नहीं रखती. फिर भी उन्होंने उनसे अनुरोध किया कि आप इस राशि का कुछ अपने ऊपर भी ख़र्च करें. इस अवसर पर सभी महिलाओं ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का आभार जताया.
कार्यक्रम को राज्यसभा सांसद महुआ माजी,सांसद जोबा मांझी,सांसद सुखदेव भगत, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की एवं पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में लोहरदगा उपायुक्त,उपायुक्त रांची ,विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण एवं हज़ारों की संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं.